नई दिल्ली : तेलंगाना में हैदराबाद के नजदीक साइबराबाद की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। वेटनरी डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार और फिर उसे जिंदा जलाए जाने के दोषियों को 6 माह के भीतर सजा दिलाने की मांग लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जहां आज से आमरण अनशन करने जा रही हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का कहना है कि ऐसी घटनाओं से वह खुद भी डर गई हैं और अपनी बेटी को बाहर भेजने से डरती हैं।
केंद्रीय मंत्री का बयान ऐसे समय में सामने आया है, जबकि एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने दोषियों की पीट-पीटकर कर हत्या की वकालत की और कहा कि ऐसे लोगों को जनता के बीच लाया जाना चाहिए और उन्हें सजा देने का हक भी आम लोगों को मिलना चाहिए। अब अकाली दल की नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमत कौर बादल ने कहा है कि दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि वह नजीर बन आए और भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि देशभर में जो कुछ भी हो रहा है, उसके बारे में सुनकर वह भी अपनी बेटी को बाहर भेजने को लेकर डर गई हैं। उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर डर लगने लगा है। उन्होंने ऐसे मामलों में अदालतों से जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिए जाने की वकालत की और यह भी कहा कि पीड़िता की उम्र जितनी कम हो, उतना ही जल्दी मामले में फैसला आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दुष्कर्म के दोषियों के लिए कोई दया याचिका नहीं होनी चाहिए।
साइबराबाद में बीते सप्ताह सोमवार को हुई इस घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है। पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना के विरोध में देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन हुए हें। संसद में भी सांसदों का गुस्सा देखने को मिला, जिन्होंने सरकार से जानना चाहा कि वह महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या कर रही है।
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