नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि अगर सरकार ने इसकी रोकथाम को लेकर तत्काल कदम नहीं उठाए होते तो यहां अब तक संक्रमण के मामले 10 लाख से भी ज्यादा होते। उन्होंने यह भी कहा कि यह महामारी जिस तेजी के साथ बढ़ रही है, उसमें वाकई सरकारों को निर्णायक और कड़े फैसले लेने की जरूरत है।
देश में बढ़े कोरोना के मरीज
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 25 हजार के करीब पहुंच चुके हैं और 779 लोगों की जान जा चुकी है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना वायरस संक्रमण के 1490 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 24,942 हो गए हैं। संक्रमण के कुल मामलों में 18,953 एक्टिव केस हैं, जबकि 5210 लोग इससे ठीक भी हुए हैं। बीते एक दिन में यहां 56 लोगों की मौत इस घातक संक्रमण से हुई है।
अमिताभ कांत ने किया ट्वीट
अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा कि कोविड जैसी महामारियों के दौरान सरकारों से निर्णायक और कड़े फैसले लेने की आवश्यकता होती है। भारत के समय पर लिए गए फैसलों के कारण यहां कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों पर काफी हद तक अंकुश लगाने में मदद मिली है। उन्होंने लिखा, 'अगर हमने समय पर कार्रवाई नहीं की होती तो आज यहां संक्रमण के 10 लाख से अधिक मामले होते, जो मौजूदा मामलों की तुलना में लगभग 44 गुना अधिक होता।'
गुजरात में मामले बढ़ने का अंदेशा
यहां उल्लेखनीय है कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिससे महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। गुजरात में जिस गति से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए अहमदाबाद नगर निगम के आयुक्त विजय नेहरा ने शुक्रवारको ही कहा था कि अगर इसी गति से यह बढ़ता रहा तो मई के अंत तक यहां कोविड-19 के करीब आठ लाख मरीज हो सकते हैं।
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