नई दिल्ली: भारत ने सोमवार को उन 99 देशों के विदेशी यात्रियों के लिए क्वारंटीन फ्री प्रवेश फिर से शुरू किया। जो COVID-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों की परस्पर मान्यता के लिए सहमत हुए हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और रूस समेत इन 99 देशों के यात्रियों, जिन्हें "कैटेगरी A" के तहत लिस्टेड किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 11 नवंबर को जारी अंतरराष्ट्रीय आगमन के संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार। उन्हें एयर सुविधा पोर्टल (newdelhiairport. in) पर स्व घोषणा फॉर्म भरना होगा और तय यात्रा से पहले नेगेटिव COVID-19 RT-PCR रिपोर्ट अपलोड करना होगा।
यात्रा शुरू करने से 72 घंटे के भीतर RT-PCR टेस्ट किया जाना चाहिए। प्रत्येक यात्री को रिपोर्ट की प्रामाणिकता के संबंध में एक घोषणापत्र भी प्रस्तुत करना होगा और ऐसा नहीं करने पर आपराधिक मुकदमा सामना करना पड़ेगा। ऐसे देश हैं जिनका भारत के साथ राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त या विश्व स्वास्थ्य संगठन से मान्यता प्राप्त वैक्सीन के टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता पर समझौता है।
गाइडलाइंस में कहा गया कि इसी तरह, ऐसे देश हैं जिनका भारत के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं है, लेकिन वे उन भारतीय नागरिकों को छूट देते हैं, जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त या WHO-मान्यता प्राप्त वैक्सीन के साथ COVID-19 टीका लगाया गया है। पारस्परिकता के आधार पर, ऐसे सभी देशों के यात्री जो भारतीयों (Category A देशों) को क्वारंटीन फ्री प्रवेश प्रदान करते हैं, उन्हें आगमन पर कुछ छूट दी गयी है।
ऐसे कुछ देश हैं जिन्हें वर्तमान में भारत द्वारा जोखिम में माना जाता है, जिसका मतलब है कि वहां के यात्रियों को जांच सहित आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा। ये देश हैं ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे और सिंगापुर।
केंद्रीय पर्यटन विभाग मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि ऐसे में भारत ने सोमवार से दुनिया भर से ऐसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं जो वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके हैं। भारतीय पर्यटन मुंबई ने एयर फ्रांस की उड़ान एएफ218 से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के पहले जत्थे का गर्मजोशी से स्वागत किया।
गाइलाइन्स के अनुसार, वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके यात्री किसी ऐसे देश से आ रहे हैं, जिसके साथ भारत की WHO अनुमोदित कोविड-19 टीकों की पारस्परिक स्वीकृति के लिए पारस्परिक व्यवस्था है, तो उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें क्वारंटीन से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी। वे आगमन के बाद 14 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करेंगे।
गाइलाइन्स के अनुसार यदि वैक्सीन की एक खुराक ली गई है या टीकाकरण नहीं किया गया है, तो यात्रियों को आगमन के बाद आगमन के बिंदु पर कोविड जांच के लिए सेंपल देने समेत अन्य उपाय करने की आवश्यकता होती है। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी।
इसमें कहा गया है कि ऐसे यात्रियों को सात दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा, आगमन के 8वें दिन फिर से जांच की जाएगी और अगर रिजल्ट नेगेटिव हैं, तो उन्हें और सात दिन अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी। गाइलाइन्स में कहा गया है कि कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के पूरा होने के बाद से 15 दिन बीत चुके होने चाहिए।
जोखिम देशों को छोड़कर अन्य देशों के यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी और वे आगमन के बाद 14 दिनों के लिए अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करेंगे। यह उन सभी देशों के यात्रियों पर लागू होता है, जिनमें वे भी शामिल हैं जिनके साथ WHO-अनुमोदित वैक्सीन की पारस्परिक स्वीकृति के लिए पारस्परिक व्यवस्था मौजूद है।
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