चीन-श्रीलंका का जिक्र कर BJP के सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा- क्या 'चिंता' के रूप में इस अपमान का जवाब देगी PM मोदी की सरकार?

BJP Leader Subramanian Swamy on China Sri Lanka & India Issue: बीजेपी सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी मौजूदा समय में विराट हिंदुस्तान संगम (Virat Hindustan Sangam) के अध्यक्ष भी हैं। वह इसके अलावा कैबिनेट मंत्री, छह बार सांसद रहे हैं। उन्होंने हार्वर्ड से इकनॉमिक्स में पीएचडी की है और प्रोफेसर भी रह चुके हैं।

BJP, New Delhi, China, India, Sri Lanka
तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।  |  तस्वीर साभार: IANS

BJP Leader Subramanian Swamy on China Sri Lanka & India Issue: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सीनियर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन और श्रीलंका का जिक्र करते हुए सवाल उठाया है कि भारत का जो अपमान हुआ है, उस पर चिंतित हो कर क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार जवाब देगी?

दरअसल, स्वामी का यह ट्वीट हिंदुस्तान को लेकर चीन की आई टिप्पणी के संदर्भ में था। मंगलवार (नौ अगस्त, 2022) को स्वामी ने पूरा मसला स्पष्ट करते हुए ट्वीट किया था, "क्या अब हम कहेंगे कि कोई बोला नहीं? क्योंकि (आज का 'दि हिंदू' का फ्रंट पेज बताता है) चीन ने श्रीलंका को अपने (चीनी) जासूसी जहाज को श्रीलंका के जलक्षेत्र में जाने की अनुमति देने से रोकने के लिए आधिकारिक तौर पर भारत को "बेअक्ल" करार दिया। क्या पीएम मोदी की सरकार इस अपमान का जवाब "चिंता" के रूप में देगी? फिर यह एक नपुंसक सरकार है।"

स्वामी ने जिस खबर के हवाले से यह ट्वीट किया था, उसका शीर्षक था- डोंट डिस्टर्ब नॉर्मल अफेयर्स विथ श्रीलंकाः चाइना टू इंडिया (श्रीलंका के साथ सामान्य मामलों पर न डाले 'बुरा प्रभाव'- भारत से बोला चीन)। खबर के मुताबिक, बीजिंग (चीन की  राजधानी) ने नई दिल्ली (भारत की राजधानी) की ओर से जहाज के आने-जाने को लेकर जो विरोध किया था, उसे 'सेंसलेस' (बेअक्ल/मूर्खता) बताया था।

China, India, Srilanka, Narendra Modi, BJP


अखबार की खबर के मुताबिक, ट्रैक करने वाले पोत की यात्रा (जो 11 अगस्त को आने वाला था और जिसने भारत की चिंताओं को जगाया था) में देरी से संबंधित श्रीलंका के अनुरोध पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने सोमवार को यात्रा के भारत के विरोध को "मूर्खतापूर्ण" बताया और "नई दिल्ली" से "आग्रह" किया कि वह दोनों देशों के बीच सामान्य आदान-प्रदान को बाधित न करे।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेन्बिन ने इस मसले पर कहा- मैं दो बिंदुओं का फिर से जिक्र करना चाहूंगा। हिंद महासागर में श्रीलंका एक ट्रांसपोर्टेशन हब है। वैज्ञानिक अन्वेषण वाले कई पानी के जहाजों (चीन के भी शामिल) को श्रीलंका के बंदरगाहों पर रोका गया। चीन हमेशा से समुद्री क्षेत्र में स्वतंत्रता की बात करता आया है।

वैसे, स्वामी भले ही भाजपा में हों, पर लंबे समय से वह अपनी पार्टी, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की कार्यशैली और उनकी सरकार की नीतियों को लेकर सवालिया निशान लगाते रहते हैं। स्वामी मौजूदा समय में विराट हिंदुस्तान संगम (Virat Hindustan Sangam) के अध्यक्ष भी हैं। वह इसके अलावा कैबिनेट मंत्री, छह बार सांसद रहे हैं। उन्होंने हार्वर्ड से इकनॉमिक्स में पीएचडी की है और प्रोफेसर भी रह चुके हैं। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर