नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसक संघर्ष को लेकर गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच तीन घंटे चली वार्ता बुधवार को दिन की समाप्ति के साथ बेनतीजा समाप्त हो गई। लेकिन बातचीत गुरुवार को जारी रहेगी। दोनों सेनाओं के बीच यह संघर्ष गलवान नदी के दक्षिणी तट पर हुआ था। यह नदी पूरब से पश्चिम की ओर बहती है और श्योक नदी में जाकर मिल जाती है। इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
बातचीत यह सुनिश्चित करने के लिए हुई है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी गलवान घाटी से अपने सैनिकों को वापस हटाए और सभी मिलिट्री ग्रेड टेंट्स वहां से हटा ले, जिनमें चीनी सैनिक रहते हैं। दोनों सेनाओं ने संघर्ष स्थल पर सैनिकों की फिर से तैनाती कर दी है। सूत्रों ने कहा कि भारतीय सैन्य अधिकारियों ने चीनी समकक्षों से स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें हर हाल में पीछे हटना होगा।
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'बातचीत गुरुवार को भी जारी रहेगी। भारत की ओर से नियुक्त एक मेजर जनरल गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष के साथ फिर बातचीत करेंगे।' भारतीय सेना की 3डिविजन के कमांडर, मेजर जनरल अभिजीत बापट ने चीनी अधिकारियों के समक्ष बातचीत के दौरान, 15-16 जून की दरम्यानी रात की घटना के संबंध में कई बिंदू उठाए।
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