नई दिल्ली : भारत व चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच अधिकतर भारतीयों को भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति को संभाल लेंगे, जो अब पाकिस्तान की तुलना में एक बड़ा दुश्मन है। देशवासी 15 जून की रात लद्दाख में भारतीय सैनिकों पर हुए बर्बर हमले का बदला लेने के लिए प्यासे नजर आ रहे हैं। आईएएनएस सीवोटर स्नैप पोल में यह बात सामने आई है।
चीन को पाकिस्तान से बड़ा दुश्मन मान रहे लोग
लद्दाख में हुए घटनाक्रम के कुछ ही दिनों बाद आयोजित किया गया यह सर्वेक्षण देश के लोगों का मूड बता रहा है। तनाव की स्थिति में अधिकतर लोग मोदी पर विश्वास जता रहे हैं, वहीं एक मूलभूत परिवर्तन यह देखने को मिला है कि लोग अब चीन को पाकिस्तान से बड़ा दुश्मन मान रहे हैं। सर्वे में देखने को मिला कि देशवासी चीन के खिलाफ प्रतिशोध चाहते हैं और उसे माकूल जवाब देते हुए उससे बदला लेना चाहते हैं, लेकिन दूसरी ओर काफी लोगों यह महसूस नहीं होता कि चीन के खिलाफ उपयुक्त कदम उठाए गए हैं। इस तरह की सोच केवल विपक्षी मतदाता ही नहीं रख रहे, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देने वाले मतदाता चाहते हैं कि चीन को मुंहतोड़ जवाब दिए जाए। इसके अलावा जनता का मूड चीन के साथ व्यापारिक संबंधों को सामान्य बनाने के खिलाफ है।
देश प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहा
सी-वोटर इंटरनेशनल के संस्थापक निदेशक यशवंत देशमुख ने कहा, देश प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहा है, लेकिन एक बुनियादी बदलाव यह है कि अब चीन को एक बड़े दुश्मन के रूप में देखा जा रहा है। जनता चाहती है कि चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। सर्वेक्षण में देखा गया कि लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर मोदी पर जबरदस्त भरोसा है। लगभग 89 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी पर विश्वास जताया है।
68.3 प्रतिशत लोग चीन को ज्यादा बड़ा खतरा मानते हैं
स्नैप पोल के अनुसार, चीन अब भारत के लिए स्पष्ट रूप से समस्या नंबर-1 बन चुका है। सर्वे में 68.3 प्रतिशत लोगों का कहना है कि चीन पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए एक बड़ी समस्या है, जबकि केवल 31.7 प्रतिशत पाकिस्तान को एक बड़े खतरे के रूप में देखते हैं। जनता अभी भी चीन के खिलाफ प्रतिशोध की प्रतीक्षा कर रही है। देश के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों को लगता है कि चीन को माकूल जवाब नहीं मिला है और केवल 39.8 प्रतिशत अल्पसंख्यकों को लगता है कि भारत सरकार ने चीन को यथोचित जवाब दिया है। सरकार पर भरोसा विपक्षी दलों से ज्यादा है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर विपक्षी दलों की तुलना में 73.6 प्रतिशत लोग मौजूदा सरकार पर अधिक भरोसा जता रहे हैं, जबकि केवल 16.7 प्रतिशत विपक्षी दलों पर अधिक विश्वास कर रहे हैं।
चीनी सामग्रियों के बहिष्कार पर जोर
सर्वे के दौरान लोगों से एक सवाल पूछा गया कि क्या आम लोग चीन के विरोध के रूप में चीनी उत्पाद यानी मोबाइल फोन, टीवी, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान आदि खरीदना बंद कर देंगे। इसके जवाब में 68.2 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां वे चीनी सामानों का बहिष्कार करेंगे। मगर साथ ही 31.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस तरह का कुछ नहीं होगा और लोग चीनी सामान खरीदना जारी रखेंगे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रेटिंग अच्छी नहीं देखने को मिली, जो चीन के साथ व्याप्त गतिरोध के बीच मोदी पर हमला करने में सबसे आगे रहे हैं। सर्वे में 61.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में राहुल गांधी पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करते हैं, जबकि शेष 39 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें राहुल पर भरोसा है।
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