नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। त्योहारी सीजन से पहले कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार ने राज्य और केंद्र दोनों की टेंशन बढ़ा दी है। केंद्र ने राज्यों से होली, ईस्टर और ईद जैसे त्योहारों के दौरान भीड़ को काबू पर काबू पाने के लिए खत लिखा है। सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति महाराष्ट्र में है जहां राज्य सरकार ने हालात बिगड़ने के बाद 28 मार्च से नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया है।
महाराष्ट्र में आज सामने आए करीब 37 हजार केस
महाराष्ट्र में हर नए मामले एक नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। राज्य में आज एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 36,902 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 26,37,735 पहुंच गई हैं। इस अवधि के दौरान राज्य में कुल 112 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 53,907 तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 28 मार्च रविवार से पूरे राज्य में में नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि यदि लोग गाइडलाइंस का पालन नहीं करते हैं तो फिर लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
ब्राजील को पीछे छोड़ देगा भारत?
फिलहाल देश में जिस गति से नए मामले सामने आ रहे हैं अगर वहीं रफ्तार जारी रही तो जल्द ही भारत ब्राजील और अमेरिका से आगे निकल जाएगा। ब्राजील अभी तक सबसे बड़ा कोविड हॉटस्पॉट है जहां प्रतिदिन करीब 75 हजार से अधिक केस आ रहे हैं जबकि अमेरिकी यह आंकड़ा करीब 55 हजार का है। देश में कोरोना की दूसरी लहर जिस तरह से आगे बढ़ रही है वो ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है।
केंद्रीय दल भेजे गए छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ से कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि होने की रिपोर्ट मिलने के बाद दो उच्चस्तरीय बहु उद्देश्यीय दलों को वहां भेजा है। ये दल राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों के साथ मिलकर काम करेंगे और कोविड मामलों के बढ़ने की वजह/वजहों का पता लगाएंगे। वे इस बात का विश्लेषण करेंगे कि यह अंतर क्यों आ रहा है और साथ ही कोविड-19 नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए अनिवार्य उपायों की सिफारिश करेंगे।
टीकाकरण अभियान तेज
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान में गति आई है और आज सुबह 7 बजे तक अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार 9,01,887 सत्रों के माध्यम से 5.5 करोड़ से अधिक (5,55,04,440) वैक्सीन दी गई है। इनमें 80,34,547 स्वास्थ्यकर्मी (पहली डोज), 51,04,398 स्वास्थ्यकर्मी (दूसरी डोज), 85,99,981 फ्रंटलाइन वर्कर्स (पहली डोज) और 33,98,570 फ्रंटलाइन वर्कर्स (दूसरी डोज) ले चुके हैं। 55,99,772 लाभार्थी (पहली डोज) वे हैं जिनकी उम्र 45 साल से अधिक है और वे किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं`। 60 वर्ष से अधिक आयु के 2,47,67,172 से अधिक लाभार्थी हैं।
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