Coronavirus : कोरोना वायरस को मात देने में हिंदुस्तानी सबसे आगे, हालिया रिपोर्ट से मिलती है राहत की खबर

कोरोना वायरस को हराने में हिंदुस्तानी सबसे आगे हैं। भारत ने इस मामले में ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत के कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट भी बढ़कर 78 फीसदी हो गया है।

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कोविड 19  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की रिकवरी रेट में आई भारी तेजी
  • कोरोना वायरस को हराने में हिंदुस्तानी सबसे आगे हैं
  • दुनियाभर में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमितों के आकड़ों में भारत ब्राजील और अमेरिका का योगदान है

नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी को हराने में हिंदुस्तानी सबसे आगे हैं। ऐसा एक हालिया रिपोर्ट में सामने आया है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक 37 लाख 80 हजार लोग इम खतरनाक जानलेवा महामारी से उबर चुके हैं। भारत ने इस मामले में ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है।

इस प्रकार से तेजी से इस महामारी से उबरने वालों के मामले में भारत दुनियाभर के देशों में पहले पायदान पर पहुंच गया है। भारत में स्वस्थ हो चुके मरीजों की संख्या 1.9 करोड़ के करीब है। इसके साथ ही भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की रिकवरी रेट भी बढ़कर 78 फीसदी हो गई है।

सोमवार की बात करें तो देश में संक्रमण का आंकड़ा 48 लाख के पार जा पहुंचा है, जबकि 79 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। सोमवार को बीते 24 घंटों में एक बार फिर 90 हजार से अधिक केस सामने आए हैं। देश में 1136 मौतों के साथ कोरोना से जान गंवाने वालों की तादाद 79,722 पहुंच गई है।

विश्व में एक दिन के मामले सर्वोच्च स्तर पर

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, सोमवार को पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में कोरोना के रिकॉर्ड 3,07,930 मरीज मिले हैं, जो अब तक किसी भी दिन मिले मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान तीन देशों का अमेरिका भारत और ब्राजील का है जिसमें 60 फीसदी मरीज इन्हीं तीनों देशों से सामने आए हैं। वहीं मौतों की बात करें तो विश्व में मौतों की संख्या 9,17,417 तक पहुंच गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को लोकसभा में कहा, 'देशव्यापी तालाबंदी से (Lockdown) देश में 29 लाख कोरोना वायरस मामलों और 78,000 मौतों को रोकने में मदद मिली। उन्होंने आगे कहा कि पूरे देशभर में लॉकडाउन लगाना सरकार का साहसिक निर्णय था। मार्च के मुकाबले, आइसोलेशन बेड में 36.3 गुना और आईसीयू बेड्स में 24.6 गुना वृद्धि हुई। छह माह पहले देश में कोई भी पीपीई किट नहीं बनाई जाती थीं, लेकिन अब हम इसका निर्यात करने की स्थिति में हैं।'

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