नई दिल्ली। देश भर में कोरोना के अब तक 29 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। लेकिन इसके साथ कुछ अच्छी खबर भी है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है अगर दुनिया के 20 देशों से तुलना करें तो वहां कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं उसकी तुलना में भारत में मौत के मामले कम आए हैं। अगर भारत में एक मौत हुई है तो वहां पर 200 गुना और अगर पॉजिटिव केस की बात करें तो भारत में अगर एक केस तो उन 20 देशों में 84 गुना है। इसके साथ अच्छी बात यह है कि रिकवरी रेट में भी बेहतर सुधार हो रहा है। भारत में रिकवरी रेट अब 23.2 प्रतिशत है।
लॉकडाउन से मिले सकारात्मक नतीजे
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर लॉकडाउन अवधि में कोरोना के खिलाफ लड़ाई को देखें को परिणाम सकारात्मक मिल रहे हैं। जहां तक आंकड़ों की बात है तो यह बात सच है कि वो संख्या 29 हजार के पार है। लेकिन डबलिंग रेट में जिस तरह से दिनों की संख्या में इजाफा हुआ है वो उत्साहवर्धक है। इसके साथ ही कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या और इलाज के बाद स्वस्थ होने वाले मरीजों में जो अनुपात है वो अच्छा है।
'कोरोना के खिलाफ मुहिम जारी'
दुनिया के अगर उन 20 देशों की बात करें और जिन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी हाई रिस्क जोन में रखा है, अगर उनकी संयुक्त आबादी की भारत से तुलना करें तो देश में बेहतर हालात हैं। बेहतर नतीजों के पीछे सबसे बड़ा योगदान आम जनता का है जिन्होंने लॉकडाउन के मकसद को न केवल समझा बल्कि उसे जमीन पर भी उतारा। सरकार के साथ साथ जो जमीन पर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं उनके योगदान को भी सराहना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के माइल्ड लक्षण दिखने वालों के संबंध में नये दिशानिर्देश जारी किये गए हैं।
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