किरीट सोमैया पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आईएनएस विक्रांत फंड घोटाले में बीजेपी सांसद का हाथ है। अब ईडी और दूसरी एजेंसियां कहां गईं। विपक्ष के नेताओं को तो परेशान करने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। लेकिन बात जब अपने नेताओं पर आती है तो बीजेपी चुप्पी साध लेती है। लेकिन उनके हमले का महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया है। उससे पहले समझने की कोशिश करते हैं कि संजय राउत के आरोप क्या हैं
संजय राउत के क्या हैं आरोप
संजय राउत ने कहा कि लोगों ने बड़ी राशि का योगदान दिया। सोमैया ने कहा था कि इसे महाराष्ट्र राजभवन को सौंपा जाएगा। लोग इसके बारे में सोच रहे थे। हमें राजभवन से सूचना मिली है कि इतनी राशि राजभवन को नहीं सौंपी गई है। पैसा कहां गया ? जब आईएनएस विक्रांत की हालत खराब हुई तो हमारे देश में कुछ लोगों ने मांग की कि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संग्रहालय में बदल दिया जाए। 200 करोड़ रुपये के फंड की जरूरत थी, सरकार इसे उपलब्ध नहीं करा सकी। इसके लिए महाराष्ट्र और पूरे देश में एक आंदोलन शुरू हुआ
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप कोई नए नहीं हैं। बीजेपी जब विपक्ष में थी तो इस तरह के आरोप लगाती थी। नेताओं को लगता है कि वो इस तरह की बात कह आम लोगों की संवेदना हासिल कर लेंगे। लेकिन अब जनता भी विपक्ष और पक्ष के दावपेंच को समझती हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में जिस तरह से सत्ता पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है उसके जरिए विपक्ष यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि सबकुछ केंद्र सरकार के निशाने पर किया जा रहा है जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ उद्धव सरकार को अस्थिर करना है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।