नई दिल्ली : साल 2020 के पद्मश्री अवॉर्ड विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। कुल 21 लोगों को ये सम्मान दिया जाएगा। इनमें 85 वर्षीय जगदीश लाल आहूजा भी शामिल हैं जो अपने सराहनीय सामाजिक कार्य के लिए पद्मश्री जैसे अवॉर्ड के लिए चुने गए हैं। बता दें कि ये पिछले 36 सालों से भूखे और जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने का काम करते आ रहे हैं।
यही कारण है कि लोग इन्हें लोग लंगर बाबा के नाम से जानते हैं। इनकी खासियत ये है कि ये लोगों को अपनी तरफ से खाना खिलाते हैं इसके बदले में वे किसी से कुछ भी लेते नहीं हैं। वे ना ही गरीबों को बल्कि हर प्रकार के जरूरतमंदों और भूखों को खाना खिलाते हैं। इनकी गारंटी होती है कि ये किसी से भी बदले में कुछ भी ना लें।
केवल खाना ही नहीं आर्थिक मदद भी करते हैं
ये रोजाना पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ में गरीब मरीजों और भूखों को मुफ्त में भोजन मुहैया कराते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि केवल खाना ही नहीं बल्कि मरीजों को आर्थिक सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता मुहैया कराते हैं।
35 एकड़ की प्रॉपर्टी बेच दी
लोगों को ये जानकर आश्चर्य होता है कि वे बिना किसी से बदले में कुछ लिए कैसे इतने लोगों की मदद कर पाते हैं। आपको बता दें कि इसके लिए उन्होंने अपनी 35 एकड़ जमीन बेच दी है साथ ही अपनी जायदाद भी बेच दी है ताकि लोगों का पेट भर सकें।जानकारी के मुताबिक उन्होंने 1980 के दशक में मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया था।
रोजाना 2000 लोगों की सेवा
वे 2000 में चंडीगढ़ सेक्टर 32 में पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज व हॉस्पीटल के पास आ गए और तब से लेकर अब तक वे वहीं रोजाना करीब 2,000 से अधिक लोगों की सेवा कर रहे हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस कार्य में कई बार ऐसे मौके भी आए जब उनके पास पैसों की कमी पड़ गई इसके बाद हर एक मौके पर उन्होंने अपनी एक-एक संपत्ति बेच दी ताकि अपना ये सेवाकार्य जारी रख सकें। उन्होंने अभी तक लगभग करोड़ों की संपत्ति बेच दी है।
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