क्वारंटीन सेंटर में गर्भवती हुई तब्लीगी जमात की तीन महिलाएं, प्रशासन पर उठे सवाल

झारखंड के रांची स्थित क्वारंटीन सेंटर और फिर जेल में 111 दिनों से प्रशासन की निगरानी में रहने वाली तब्लीगी जमात की तीन विदेशी महिलाएं गर्भवती हुई।

Jharkhand Three women of Tablighi Jamaat got pregnant in Quarantine Center questions raised on administration
क्वारंटीन सेंटर में गर्भवती हुई तब्लीगी जमात की तीन महिलाएं 
मुख्य बातें
  • मामला झारखंड के रांची का है, जहां पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं
  • गर्भवती हुई तीनों महिलाएं विदेशी हैं, पिछले 111 दिनों से क्वारंटीन और जेल में रहीं
  • तब्लीगी जमात से जुड़ी हुईं है तीनों विदेशी महिलाएं

रांची: झारखंड के रांची से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां पुलिस और प्रशासन की निगरानी में क्वारंटीन और फिर जेल में रहने वाली तीन महिलाएं गर्भवती हो गई हैं। तीनों ही महिलाएं विदेशीं बताई जां रही हैं जो पिछले 111 दिनों से क्वांरटीन सेंटर के बाद जेल में रहीं थीं। गौर करने वाली बात ये है जेल तथा क्वारंटीन सेंटर में किसी भी तरह के बाहरी शख्स को मिलने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में पुलिस तथा प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दैनिक जागर की खबर के मुताबिक दो महिलाएं इनसे कुछ दिनों पहले की गर्भवती हैं, लेकिन किसी का गर्भ तीन माह तीन माह से अधिक नहीं।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

 दरअसल मामला तब खुला जब हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद तीनों महिलाएं जेल से बाहर निकलीं। इनके अलावा महिलाओं के पति तथा अन्य 17 लोग भी जेल से बाहर निकले थे। दरअसल इसी साल 30 मार्च को इन महिलाओं समेत 17 विदेशी तब्लीगी जमात के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लेते हुए इन पर लॉकडाउन और वीजा के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद सभी लोगों को खेलगांव स्थित क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था। 

पहले क्वारंटीन फिर जेल में शिफ्ट

 यहां सभी का कोरोना टेस्ट कराया गया जिसमें से एक विदेशी महिला में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। रिम्स में उसका इलाज चला फिर उसे क्वारंटीन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। जागरण की खबर के अनुसार, 'इसके बाद इन्हें 18 अप्रैल को खेलगांव में ही न्यायिक हिरासत में ले लिया गया था। उसके बाद 20 मई को चार विदेशी महिलाएं बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में शिफ्ट की गई। जेल के नियमानुसार, महिलाओं को जेल में रखने के पूर्व उनकी मेडिकल जांच व गर्भवती संबंधित जानकारी ली जाती है। तब तीनों महिलाओं ने खुद को एक महीने की गर्भवती बताया था, जबकि वे 50 दिनों से क्वारंटाइन सेंटर में थीं।'

जब महिलाओं ने इस बात की जानकारी दो तो इसके बाद अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हो गई कि तीनों महिलाओं को क्वारंटीन में रहने के दौरान गर्भ ठहरा है। अब ऐसे में पुलिस तथा प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि जहां किसी को मिलने की आजादी नहीं थी वहां महिलाएं कैसे गर्भवती हो गईं?

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