जेएनयू हिंसा : वीसी जगदीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी, बोले- यह पीड़ादायक, रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ी

JNU Violence : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के वाइस चांसलर जगदीश कुमार ने गत रविवार को हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है। जगदीश कुमार ने कहा कि रविवार की हिंसा पीड़ादायक थी।

JNU's VC Jagdish Kumar breaks silence on Violence says it was painful, जेएनयू हिंसा : वीसी जगदीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी, बोले- यह पीड़ादायक, रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ी
जेएनयू कैंपस में गत रविवार को हुई हिंसा।  |  तस्वीर साभार: PTI

नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के वाइस चांसलर जगदीश कुमार ने गत रविवार को हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है। वाइस चांसलर ने मंगलवार को कहा कि हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। वीसी ने कहा कि सेमेस्टर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख पांच जनवरी थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12 जनवरी कर दिया गया है। छात्र अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। कुमार ने कहा कि हिंसा से जुड़े सभी साक्ष्य दिल्ली पुलिस को सौंपे जाएंगे। पुलिस हिंसा की जांच कर तथ्य सामने लाएगी और उसके आधार पर अराजकता फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

वीसी ने छात्रों से अपील करते हुए कहा, 'हम मिलकर एक नई शुरुआत करें। पीछे जो कुछ हुआ है उसे भूल जाएं और जेएनयू को एक महान विश्वविद्यालय बनाएं। रविवार की हिंसा पीड़ादायक थी। जेएनयू बातचीत के जरिए अपनी समस्याएं सुलझाता रहा है। विश्वविद्यालय का हिंसा का इतिहास नहीं रहा है।' जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा, 'कैंपस में सुरक्षा गार्डों ने हिंसा को नहीं उकसाया बल्कि इस हिंसा में गार्ड्स घायल हुए।' अधिकारी ने कहा कि हिंसा की जांच के लिए प्रोटोकॉल इन्क्वॉयरी शुरू कर दी गई है।

बता दें कि रविवार शाम बड़ी संख्या में नकाबपोश हमलावर जेएनयू कैंपस में दाखिल हुए और छात्रावासों में घुसकर छात्रों पर हमले किए। इन हमलों में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष सहित करीब 20 छात्र घायल हुए। घायलों को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया। इस हिंसा पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हुई। कांग्रेस सहित विपक्ष ने जेएनयू हिंसा के लिए एबीवीपी को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि एबीवीपी का कहना है कि लेफ्ट छात्र संघठनों के नेताओं ने भीड़ का नेतृत्व किया और उन पर हमले किए।    

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