कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा का चुनाव होना है। लेकिन उससे पहले जमीन तैयार की जा रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा दो दिन के दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन डायमंड हॉर्बर के पास उनके काफिले पर हमला किया गया जिसके बाद सियासत गरमा गई है। बीजेपी के नेताओं ने एक सुर में कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर जो कुछ वो लोग कहा करते थे। उसका सच सामने आ गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काफिले को निशाना बनाया गया।
जे पी नड्डा ने ममता सरकार पर साधा था निशाना
बुधवार को कालियाघाट मंदिर में दर्शन के बाद जे पी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी के आतंक का अंत होने वाला है। उन्होंने कहा था जिस तरह से राज्य प्रायोजित गुंडागीरी की जा रही है उसका खात्मा होगा। नड्डा के इस बयान के तुरंत बाद ममता बनर्जी ने कहा कि यह सब बाहर के गुंडे हैं जो राज्य सरकार को बदनाम कर रहे हैं।
बंगाल में अब तक 130 कार्यकर्ताओं की हत्या
पश्चिम बंगाल में 130 बीजेपी कार्यकर्ता मारे गए हैं। अगर यहां निर्वाचित प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की क्या दुर्दशा होगी? कानूनविहीनता चरम पर है, पश्चिम बंगाल में प्रशासन ध्वस्त हो गया है। मोदीजी कोविड 19 प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं और ममता कोविद के कुशासन के लिए जाने जाते हैं। मौतों और मामलों की रिपोर्ट नहीं की गई और केंद्रीय सरकार की टीम को अस्पतालों का दौरा करने की अनुमति नहीं दी गई । बंगाल की जनता अब उन्हें नहीं छोड़ेगी।
200 से अधिक सीट जीतेंगे
ममता जी जिस शब्दावली का इस्तेमाल पीएम के लिए करती हैं, वह बताती है कि उन्होंने बंगाल को कितना नीचे ले जाया है। हमें दुख होता है। बंगाल सभी का है, आने वाले चुनावों में, लोग कहेंगे 'नमस्कार' उसके और भाजपा का कमल खिल जाएगा, हम 200 से अधिक सीटें जीतेंगे।
दो दिन के बंगाल दौरे का यह है अनुभव
मैं पिछले दो दिनों से अपने अनुभव को साझा कर रहा हूं कि क्या हुआ है। आज जो घटनाएं हो रही हैं उससे स्पष्ट होता है कि असहिष्णुता, कानूनविहीनता और कोई राजनीतिक लोकतंत्र नहीं है। जिस तरह से ममता भारतीय लोकतंत्र के लिए अपनी हानिकारक राजनीति खेल रही हैं। बंगाल में प्रशासन नहीं है। राजनीतिक प्रतिशोध है क्या यह टैगोर का मंगल है? क्या यह श्यामाप्रसाद मुखर्जी का बंगाल है? बीजेपी के 8 कार्यकर्ता आज अस्पताल में हैं। लेकिन हम उनके साथ पूरी तरह खड़े हैं।
डबल इंजन सरकार के लिए बीजेपी प्रतिबद्ध
बंगाल में 5 लाख परिवार आयुष्मान योजना से वंचित हैं। कर्नाटक, यूपी, एमपी हर जगह वंशवादी राजनीति को खारिज कर दिया गया है। यही बिंगाल में भी होगा। आयोडीन की घटनाओं से स्पष्ट होता है कि ममता सरकार चकित है। वह जो शब्द इस्तेमाल करती है वह अपमानजनक है। वह अपने पद का सम्मान नहीं करती। BJP पश्चिम बंगाल में डबल इंजन सरकार के लिए प्रतिबद्ध है
किसने क्या कहा
क्या कहते हैं जानकार
पश्चिम बंगाल की राजनीति पर करीब से नजर रखने वालों का कहना है कि जिस तरह से बीजेपी, टीएमसी पर हमलावर हैं उसकी वजह से टीएमसी की टॉप लीडरशिप बौखलाई हुई है। इस तरह की घटनाओं के पीछे बड़े नेताओं का मौन रहना भी कार्यकर्ताओं को एक तरह का संदेश होता है कि वो आक्रामक रवैया अपना सकते हैं। टीएमसी के सामने बाहरी के साथ आंतरिक चुनौती भी है जिसका ममता बनर्जी सामना कर रही हैं।
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