Kaali Poster Row: फिल्म काली को लेकर आए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर उन्हीं की पार्टी के एक अन्य एमपी सौगत रॉय ने कहा है कि टीएमसी सारे धर्मों की इज्जत करती है और किसी प्रकार के धार्मिक विवाद में नहीं फंसना चाहती है।
ये बातें उन्होंने गुरुवार (सात जुलाई, 2022) को सूबे की राजधानी कोलकाता में समाचार एजेंसी एएनआई से कहीं। वह आगे बोले- हम इस तरह की टिप्पणियों को स्वीकार नहीं सकते। टीएमसी सभी धर्मों का सम्मान करती है। पार्टी किसी भी तरह के धार्मिक विवाद में नहीं उलझना चाहती। यही सभी धार्मिक मसलों में हमारी पार्टी का बयान है।
बकौल रॉय, "अनुशासनात्मक कार्यवाही लेने के संदर्भ में हमने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। पार्टी अभी इस मसले पर सोच-विचार कर रही है और सही समय आने पर वह फैसला ले लेगी।"
देवी के अपमान पर भड़की करणी सेना
मां काली के अपमान को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए। गुरुवार को फिल्म की निर्देशक लीना और टीएमसी नेत्री महुआ के खिलाफ भी लोगों ने आवाज बुलंद की। जयपुर में करणी सेना ने फिल्म मेकर के खिलाफ मोर्चा खोला और उनका पुतला जला विरोध जाहिर किया। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल मकराना ने लीना के खिलाफ केस दर्ज कराया है। साथ ही धमकी दी कि मां काली के अपमान करने वाली डॉक्यूमेंट्री को रिलीज नहीं होने देंगे।
'हिंदू धर्म ही सॉफ्ट टारगेट क्यों?'
उधर, म.प्र (भोपाल समेत कई शहरों में) और झारखंड (रांची में) में मोइत्रा के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मित्रा ने सवालिया लहजे में कहा, "आखिर हिंदू धर्म ही सॉफ्ट टारगेट क्यों बनाया जाता है?" इस बीच, गृह मंत्री के निर्देश पर गुरुवार को भोपाल पुलिस ने फिल्म की डायरेक्टर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया। लुक आउट नोटिस आवेदन केंद्र सरकार को भेजा गया था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, फिल्म मेकर लीना की ओर से डाले गए काली के पोस्टर को लेकर एक इंटरव्यू में टीएमसी सांसद से निजी राय पूछी गई थी। जवाब में महुआ ने कहा था- मेरे लिए काली मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी हैं। अगर आप तारापीठ जाएंगे तो वहां साधु धूम्रपान करते हैं...काली के इसी रूप की लोग पूजा करते हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।