Kanpur Violence: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर दौरे के बीच जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में यूपी पुलिस बड़े एक्शन की तैयारी मे हैं। इस मामले संदिग्धों की धर-पकड़ जारी है। और सोमवार को हिंसा में संलिप्तता के आरोप मेंनौ और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो गई। इस बीच, पुलिस ने बताया कि हिंसा में कथित तौर पर शामिल प्रमुख आरोपियों के होर्डिंग बनाए गए हैं और इन्हें प्रभावित इलाकों और आसपास के इलाकों में प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा। पुलिस को इस हिंसा के मामले पीएफआई का हाथ होने का भी शक है।
मास्टर मांइड से क्या पीएफआई का कनेक्शन
सूत्रों के अनुसार पुलिस कानपुर हिंसा मामले में मास्टरमाइंड हयात इसके अलावा जावेद, इशियान के पीएफआई कनेक्शन की जांच की जा रही है। इस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि हयात मोबाइल में 140 वाट्स ग्रुप थे। और उसके पास 6 मोबाइल थे। इस बीच पुलिस ने उस पेट्रोल पंप को सीज कर दिया है। जहां से आरोपियों ने तेल भरवाया था। इस बीच कानपुर पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर दंगाइयों के फोटो वायरल किए हैं इसमें पुलिस ने नंबर जारी किया है जिसमें कहा गया है इन लोगों के संबंध में पुलिस को सूचना दें जल्दी यह पोस्टर शहर के सड़कों पर भी लगाए जाएंगे।
100 और दंगाइयों की पहचान
अपर पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि पुलिसन ने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप के माध्यम से लगभग 100 और दंगाइयों एवं पथराव करने वालों की पहचान की है। तलाशी अभियान जारी है और दंगाइयों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा तीन जून की हिंसा में कथित तौर पर शामिल करीब 20 प्रमुख आरोपियों की तस्वीरों वाले 25 होर्डिंग प्रभावित इलाकों में और उसके आसपास प्रमुख स्थानों पर लगाए जायेंगे। इसके अलावा पुलिस लोगों से दंगाइयों की पहचान में पुलिस की मदद करने और उनके बारे में जानकारी देने की अपील भी करेगी।
एसआईटी की सहायता के लिए 3 और विशेष दलों का गठन
इसके अलावा, डीसीपी (दक्षिण) संजीव त्यागी की अगुवाई वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) की सहायता के लिए तीन और विशेष दलों का गठन किया गया है।पहले विशेष दल में चार सदस्य शामिल हैं, जिसका नेतृत्व अपर डीसीपी (पूर्वी) राहुल मीठा करेंगे। इसे सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करने और सभी आरोपियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज को एसआईटी को सौंपने के लिए गठित किया गया है।सहायक उपायुक्त स्वरूप नगर बृजनारायण सिंह के नेतृत्व वाले एक अन्य पांच सदस्यीय विशेष दल को एक पेट्रोल पंप से खुली बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दिए जाने के मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।सहायक उपायुक्त (छावनी) की अगुवाई वाला तीसर दल सोशल मीडिया पर की जाने वाली भड़काऊ, झूठी और घृणास्पद पोस्ट पर नजर रखेगा।
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