बेंगलुरु : प्रो कन्नड़ संगठन ने गुरुवार (13 फरवरी) को कर्नाटक बंद का ऐलान किया है। इससे शहर का जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है। कर्नाटक संगठनेगला ओक्कुटा के सदस्यों ने बंद का आह्वान किया है। दावा किया है कि कई कैब, ऑटो और ट्रेड यूनियनों बंद का समर्थन किया है। लेकिन ग्राउंड पर बंद को लेकर उत्साह नहीं है। राज्य के स्कूल, कॉलेज और अस्पताल बंद में भाग लेंगे या नहीं यह तय नहीं है।
टीओआई के मुताबिक ओक्कुटा अध्यक्ष एचबी नागेश ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि पूरा राज्य बंद सफल होगा। उन्होंने कहा कि यह बंद सरोजिनी महिषी की रिपोर्ट को लागू कराने की मांग के लिए बुलाया गया है। महिषी की रिपोर्ट ने प्राइवेट सेक्टर और सरकारी नौकरियों में कन्नड़ लोगों को प्राथमिकता देने की सिफारिश की थी। हालांकि कर्नाटक सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह सरोजिनी महिषी रिपोर्ट को लागू करने को लेकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम इसके लिए लंबे समय प्रदर्शन करते आ रहे हैं। गुरुवार को हमारे प्रदर्शन का 100वां दिन होगा। हम अपने बंद को तभी वापस लेंगे जब सरकार लिखित में हमारी मांगों को मांग लेगी। नागेश ने कहा कि हम टाउन हाल से फ्रीडम पार्क तक मेगा रैली निकालेंगे। हमें पूरे राज्य से 700 से अधिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है। इस बंद में किसान संगठन, ट्रेड यूनियन संगठन और प्रो कन्नड़ संगठन शामिल है।
पुलिस कमिश्नर भास्कर राव ने कहा कि मंगलवार शाम तक किसी संगठन ने गुरुवार को बंद या रैली के लिए अनुमति नहीं ली है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई भी कर्नाटक बंद को लेकर हमारे पास नहीं आया है।
बंद का आह्वान करने वाले संगठन के सदस्यों ने कहा कि बंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। ट्रांस्पोर्ट सेक्टर ने कहा कि हम पूरे दिन यातायात सेवा को बंद नहीं कर सकते हैं। कैब ड्राइवर ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि हमारी कमाई कम हो जाएगी। हम ईएमआई देते है और हमारे कई खर्चे हैं।
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