Novroz celebrations in Kashmir:कश्मीर में कश्मीरी पंडितो द्वारा अप्रैल 3 को नया साल मनाया जाएगा जिसे उनके यहाँ नवरोज़ या नवरेह कहाँ जाता हैं , कश्मीर फ़ाइल्ज़ मूवी के बाद घाटी में इस कार्यक्रम की बहुत चर्चा हैं और उसका करण हैं वहाँ आने वाले राजनीतिक दलो के नेता । घाटी में 2 अप्रैल को कश्मीरी पंडित पहुचेंगे ।
जम्मू से बस के ज़रिए कश्मीरी पंडित घाटी में जाकर हरि पर्वत पर मां शारिका मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और साथ ही वहाँ होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल भी होंगे ।इस कार्यक्रम में सभी धर्मों व संप्रदाय के लोग शामिल होंगे, भाजपा नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सुब्रमणियम स्वामी की मानें तो उन्होंने फारूक अब्दुल्लाह को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया हैं , स्वामी के अनुसार कश्मीरी पंडितो का मसला राजनीति से ही हल होगा और ज़रूरी है कि सभी राजनीतिक दल आगे आए ।
कार्यक्रम का उद्देश्य 30 साल के विस्थापन के बीच धार्मिक-सांस्कृतिक रीति-रिवाजों से नई पीढ़ी को अवगत कराना और दहशत में जो कश्मीरी पंडित अपना घर-बार छोड़ने के लिए मजबूर हुए उन लोगों के लिए सुरक्षा व आत्म सम्मान की भावना को जगाना है।
हालाँकि इस कार्यक्रम में दिल्ली में मौजूद कश्मीरी संगठन ऑल इंडिया कश्मीर समाज ( AIKS) और रूट्स इन कश्मीर ( Roots in kashmir) ने आने से मना कर दिया हैं । इन संगठनो की माने तो अब कश्मीरी पंडितो के नाम पर महज़ राजनीति हो रही हैं , कश्मीरी पंडित हरी पर्वत पर या खीर भवानी मंदिर में हर साल नवरोज़ पर दर्शन करने जाते हैं , इस बार द कश्मीर फ़ाइल्स मूवी की वजह से इसे ग्लोरिफ़ाई किया जा रहा हैं , कश्मीरी पंडितो को विस्थापित करना मुद्दा होना चाहिए उन्हें घाटी ले जाकर कार्यक्रम करके वापिस लाना नही
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