नई दिल्ली: केरल में गर्भवती हथिनी की अमानवीय तरीके से हुई मौत पर चौतरफा दबाब बनने के बाद केरल सरकार ने मामले की जांच शुरू कर दी है। केरल सरकार ने बुधवार को ही वनविभाग की टीम द्वारा मामले की जांच करने का आदेश जारी कर दिया था। वहीं केंद्र सरकार नें भी राज्य सरकार से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है।
ऐसे में जांच के लिए वनविभाग की टीम ने हथिनी की मौत की जांच शुरू तक दी है। अनासान में हथिनी को पठाखा और बारूद खिला दिया गया था जो उसके मुंह के अंदर फट गया था और कुछ दिन बाद उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के दौरान पता चला की हथिनी गर्भवती थी।
जांच शुरू होने के बाद अधिकारी इस बात को लेकर कन्फ्यूज हैं कि हथिनी रास्ता कैसे भटक गई। जांच दल ने घटना स्थल के करीब के वृक्षारोपण के काम में लगे लोगों से पूछताछ की है। जांच दल के अधिकारियों को संदेह है कि जंगली हथिनी कई किमी दूर से चलकर यहां पहुंची थी। उसे पहले बार 23 मई को अंबल अप्परा में देखा गया था। हालांकि इसके उसे पल्लकड जिले के मनर्कड वन मंडल में मृत पाया गया।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।