एक दिवाली ऐसी भी, नोएडा कोविड अस्पताल में लक्ष्मी-गणेश पूजन, मरीजों पर हो रहे प्रयोग-See Pics

Diwali Pujan at Noida Covid Hospital:नोएडा सेक्टर 39 के कोविड अस्पताल में डॉक्टरों, कर्मचारियों और मरीजों ने मिल कर दिवाली मनाई गई। 

noida covid hospital
नोएडा अस्पताल प्रशासन की तरफ से हर मरीज को मोमबत्ती दी गई जिसे उन्होंने अपने वार्ड के बाहर जलाई 

नोएडा के कोविड अस्पताल में आईसोलेशन की एकरसता से बचाने के लिए इस दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजन किया गया, अस्पताल में पूजा के लिए खास तौर पर गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति की स्थापना की गई। पूजा स्थल पर सबने मिल कर रंगोली भी बनाई। दरअसल, आइसोलेशन में मरीजों के लिए सबसे परेशानी अकेले रहने की होती है। मन बहलाने के लिए लोगो के पास ज्यादा से ज्यादा मोबाइल ही होता है। ऐसे में मरीजों के मनोरंजन के लिए कार्यक्रम तैयार किए गए। कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया। अस्पताल प्रशासन की तरफ से हर मरीज को मोमबत्ती दी गई जिसे उन्होंने अपने वार्ड के बाहर जलाई।

नोएडा के सरकारी कोरोना अस्पताल के पांचवें, छठे और आईसीयू वार्ड में लक्ष्मी पूजन किया गया। पूजा के बाद मरीजों को मिठाई के डब्बे भी दिये गये। नोएडा कोविड अस्पताल का उद्घाटन 8 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। उद्घाटन के बाद से अब  तक यहां 1044 मरीज आ चुके हैं। इनमें से केवल 1 की मौत हुई है। इस वक्त यहां पर 93 मरीज भर्ती हैं बाकी 951 ठीक होकर अपने घर चले गए हैं।

यहां दवा में आइवरमेक्टिन और डॉक्सीसाइक्लीन दी जा रही है। कोरोना के साथ निमोनिया से पीड़ित आईसीयू में भर्ती मरीजों पर रेमदेशवीर दवा का अच्छा असर हुआ है। इसके अलावा गर्म पानी, विटामिन सी, विटामिन बी कम्प्लेक्स और दूसरी दवाएं भी चलाई जाती हैं।निजी अस्पताल जहां हर मरीज से लाखों कमा रहे हैं, नोएडा के सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू से लेकर हर सुविधा मरीजों को मुफ्त में मुहैया कराई जाती है।

यहां कोरोना के हिसाब से ज्यादा प्रोटीन, जिंक वाला खाना भी मरीजों को मुफ्त दिया जाता है।आईसीयू में 50 ऑक्सीजन सेचुरेशन वाले भी कई कोरोना मरीज ठीक होकर जा चुके हैं। अस्पताल की सुप्रिंटेंडेंट रेणु अग्रवाल के मुताबिक हाल के दिनों में ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत जरूर बढ़ गई है। पहले जहां 20 सिलेंडर लगते थे अब रोजाना 50 सिलेंडरों की जरूरत पड़ती है।

नोएडा कोरोना अस्पताल मरीजों के साथ प्रयोग भी कर रहा है। यहां मौजूद डॉक्टरों और कर्मचारियों को बीसीजी का टीका लगाया गया है। जिन 80 कर्मचारियों को बीसीजी का टीका लगा उनमें से किसी को भी कोरोना नहीं हुआ। जिन 150 कर्मचारियों को बीसीजी का टीका नहीं लगा उनमें से 36 कोरोना पॉजिटिव हो गए। ये सभी कर्मचारी यहां 1 मई से ड्यूटी कर रहे हैं। ये नतीजे इंडियन जर्नल ऑफ एप्लाइड रिसर्च में भी पब्लिश किए गए हैं। दूसरे देशों में भी  इसे मंगाया गया है ताकि वो भी बीसीजी के टीके के प्रयोग के बारे में खुद भी जान सकें।

कुछ महीने पहले 5 हजार रोजाना पेशेंट से उत्तर प्रदेश में अब हर रोज मिलने वाले कोरोना पॉजिटिव मामले काफी कम हो गए हैं। हालांकि अब भी यूपी भारत में कोरोना के मरीजों के मामले में दिल्ली केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के बाद छठे, स्थान पर है। 

शनिवार को यूपी में 2,361 नए कोरोना के मामले सामने आए। यूपी में अब तक 7,354 लोगों की मौत हो चुकी है। चौबीस घंटे में यूपी में 27 लोगों की मौत हुई है। यहां एक्टिव मामले 23,367 हैं।  मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के मुताबिक इस वक्त भारत में कुल 88,14,579 मरीज हैं। 

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