नीतीश कुमार जब से बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाए हैं तब से बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के सीनियर नेता सुशील कुमार मोदी उन पर लगातार हमला कर रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि हाल ही में पटना में हत्या की घटनाएं हुई हैं। ऐसा लगता है कि लालू यादव के शासन के पुराने दिन वापस आ गए हैं लेकिन वह (बिहार के सीएम) चुप हैं और दिल्ली चले गए। लौटने के बाद उनकी मुलाकात लालू यादव से हुई जो खुद अपराध और भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं। वे कानून-व्यवस्था को संभाल नहीं सकते।
गौर पटना के गोसाईं टोले में 1200 रुपए के लिए 19 साल के युवक की चाकू गोद कर हत्या कर दी गई। वह 15 साल से इस इलाके में किराए के मकान में रह रहा था। वह जानीपुर का निवासी था। युवक तीन भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। पुलिस ने बताया कि युवक के दोस्तों ने ही हत्या की। दो दिन पहले पटना के अगमकुआं शीतला मंदिर के पास स्कूटी सवार दो दोस्तों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
उधर सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश में जंगल राज की वापसी के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यहां जंगल राज नहीं जनता राज चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर यहां कोई घटना हुई है तो आप जरा बता दीजिये कि इस दुनिया में कोई देश या राज्य है जहां पर कोई आपस में झंझट नहीं करता। कुछ अलग सोच वाले हैं और हमलोग काम करने वाले हैं। समाज के हर तबके को एकजुट करना हमारा दायित्व है।
विपक्षी एकता पर दिल्ली के दौरे से लौटे नीतीश गुरुवार को गया में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां से पटना वापसी पर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिन लोगों से मुझे मिलना था, उन सभी से मुलाकात हुई। राहुल गांधी से भी बहुत अच्छी बातचीत हुई। सोनिया गांधी अभी देश से बाहर हैं, वे जब दिल्ली आ जाएंगी तो हम उनसे मिलने जाएंगे। कांग्रेस के अलावा सीपीआई, सीपीएम, भाकपा माले समेत अन्य पार्टियों के नेताओं से बात हुई। एनडीए से अलग होने का हमने जब निर्णय लिया तो अनेक दलों के नेताओं ने फोन किया था। सभी लोगों से अच्छी बातचीत हुई है।
नीतीश ने कहा कि बिहार में जब हमलोग बीजेपी से अलग हुए तो सात पार्टियां एक साथ हो गईं और अब यहां विपक्ष में बीजेपी अकेली पार्टी है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा दौरे के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से फोन पर बात हुई है। आगे जब बातचीत होगी तो हम मिलने जाएंगे।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि वह (राहुल गांधी) अपनी पार्टी के काम में लगे हैं, यह खुशी की बात है। वह अपने ढंग से काम कर रहे हैं। दिल्ली में हमारी बातचीत लोकसभा चुनाव को लेकर हुई है। लोकसभा चुनाव के पहले विभिन्न राज्यों में लोग एकजुट होंगे तो बहुत अच्छा नतीजा आएगा। यह बात सब लोगों के समझ में आ गई है, ये बहुत अच्छी बात है।
यह पूछे जाने पर कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर कौन चेहरा होगा, नीतीश ने कहा कि सब एकजुट होकर तय करेंगे कि प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा। हम प्रधानमंत्री पद का चेहरा नहीं हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।