नई दिल्ली। कोरोना के संक्रमण के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। पीएम नरेंद्र मोदी की अपील पर रविवार को पूरे देश ने जनता कर्फ्यू में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। लेकिन कुछ ऐसी तस्वीरें आई जो इस लड़ाई को कमजोर भी बना रही हैं। इन सबके बीच सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में अब तक कुल 89 मामले सामने आए हैं। मुंबई में अकेले 14 मामले और पुणे से एक मामला सामने आया है। अब सवाल यह है कि आखिर महाराष्ट्र से इतने मामले सामने क्यों आ रहे हैं। क्या पहले किसी तरह की लापरवाही हुई या थर्मल स्कैनर सही तरह से डिटेक्ट नहीं कर पा रहा है।
क्या थर्मल स्कैनर को लोगों ने दिया चकमा
कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा देखा जा रहा है कि जो लोग विदेशों से आए थे उन्होंने बुखार निवारक टेबलेट का सेवन किया,लिहाजा जब वो मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे तो उनका फीवर सामान्य आया और ऐसे में थर्मल स्कैनर ने वही रीड किया जो किसी शख्स के शरीर का वास्तविक तापमान था। कोरोना वायरस के लक्षण आने में तीन से चार दिन लग जाते हैं तो ऐसा हो सकता है कि जिन्हें फीवर न आया हो उन्हें संक्रमण रहित माना गया हो लेकिन जब लक्षण ने रंग दिखाना शुरू किया तो मामले एक एक कर सामने आगे लगे।
कुछ लोगों ने होम क्वारंटाइन के नियम को तोड़ा
मुंबई के सबअर्बन वासी में रहने वाले मुकेश का कहना है कि बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो सर्दी खांसी या बुखार को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लोगों से अपील कर रही है कि लोग अपनी बीमारी को किसी भी सूरत में न छिपाएं। मुंबई में हाल ही में कुछ इस तरह की तस्वीरें भी सामने आईं थीं जिसमें लोगों के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर लगी हुई थी। लेकिन वो लोग शहर में घूमते नजर आए थे। जानकारों का कहना है कि यह हो सकता है कि उन लोगों से भी संक्रमण फैल रहा हो।
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