नई दिल्ली: चक्रवात अम्फान पश्चिम बंगाल में दस्तक दे चुका है, जिसके असर से ओडिशा के तटीय इलाकों में भी जोरदार आंधी-तूफान आया हुआ है। यहां तेज बारिश हो रही है, जिससे लोगों के लिए मुश्किलें पैदा हो गई हैं। कोरोना संकट के बीच चक्रवात अम्फान लोगों के लिए नई मुसीबत बनकर आया है, जिससे अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कई जग पेड़ व बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की कई टीम को तैनात किया गया है।
कोलकाता में अंधेरा
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है। राजधानी कोलकाता में भी तेज बारिश व तूफान के कारण बिजली के खंभे कई जगह उखड़ गए, जिस कारण कई इलाकों में बिजली नदारद रही। एनडीआरएफ की टीम इन्हें दुस्त करने में जुटी हुई है।
5500 मकान नष्ट
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण 5500 मकान नष्ट हो गए हैं, जबकि तीन लोगों की अब तक जान जा चुकी है। बशीरहट के सब-डिविजनल ऑफिसर बिबेक वास्मे के अनुसार, दो अन्य लोग चक्रवात के कारण हुई घटनाओं में घायल हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में तीन की मौत
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात अम्फान की बजह से तेज हवाएं चल रही हैं। बारिश व तूफान के कारण कई जगह पेड़ व बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। पश्चिम बंगाल में पूर्व मिदनापुर जिले और ओडिशा बॉर्डर के बीच कई जगह पेड़ व बिजली के खंभे उखड़े पड़े हैं, जिन्हें एनडीआरएफ की टीम हटाने का प्रयास कर रही है। पश्चिम बंगाल में इस तूफान से अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। एक मौत हावड़ा जिले में हुई है, जबकि दो अन्य मौतें नॉर्थ 24 परगना जिले में हुई है।
हावड़ा रेलवे स्टेशन और हावड़ा ब्रिज पर शाम 5:30 बजे तेज हवा और तूफान की स्थिति देखी गई, जिसका वीडियो हावड़ा के पुलिस आयुक्त कुणाल अग्रवाल ने शेयर किया है।
पश्चिम बंगाल में जा चुकी है 2 लोगों की जान
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण आंधी, तूफान, बारिश का दौर शुरू हो चुका है। इस दौरान कई जगह पेड़ उखड़ गए। चक्रवात के कारण राज्य में दो लोगों की अब तक जान जा चुकी है। एक मौत हावड़ा में हुई है, जबकि एक अन्य मौत नॉर्थ 24 परगना जिले में हुई है। चक्रवात करीब 112 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कोलकाता की तरफ बढ़ रहा है।
बंगाल के तटीय इलाकों में तेज हवाएं
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात अम्फान फिलहाल सुंदरवन के निकट पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर रहा है। पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने लगी हैं। हमें रिपोर्ट मिल रही है कि हवाओं की गति करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। चक्रवात अम्फान के अग्रिम हिस्से ने दस्तक दे दी है और उसके केंद्र वाला हिस्सा (आई) अब कभी भी जमीन की सतह से टकरा सकता है।
भारी नुकसान की आशंका
भारत मैसम विभाग (IMD) के डीजी मृत्युंजय मोहापात्र ने बताया कि हवा की सबसे ज्यादा रफ्तार साउथ और नॉर्थ24 परगना और ईस्ट मिदनापुर जिलों में होगी, जो 155-165 से 185 किमी प्रति घंटा होने की संभावना है। यह रफ्तार लैंडफॉल प्रक्रिया के साथ बढ़नी शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि चक्रवात के कारण भारी संख्या में पेड़ उखडेंगे। कच्चे, मिट्टी, घास फूस और टीन के घरों को भारी नुकसान पहुंचेगा।
'लैंडफॉल का सिलसिला शुरू'
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के डीजी एसएन प्रधान के मुताबिक, चक्रवात अम्फान के लैंडफॉल का सिलसिला शुरू हो चुका है। चक्रवात के बाद असल में NDRF का काम शुरू होगा। काम और बढ़ने वाला है। उन्होंने कहा कि दो हमारे कमांडेंट्स हैं, ओडिशा और बंगाल में हमारी बटालियनें हैं। ओडिशा वाले कंमाडेंट बालासोर में कैंप कर रहे हैं और बंगाल के कंमांडेंट काकद्वीप में कैंप कर रहे हैं। ओडिशा में 20 टीमें ग्राउंड पर तैनात कर दी गई हैं।
सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लाखों लोग
एसएन प्रधान के मुताबिक, सभी टीमों के पास सेटेलाइट संचार सिस्टम है। हमारे पास अत्याधुनकि पेड़ कटाई और खंभों की कटाई के यंत्र हैं। दोनों राज्यों में 41 टीमों का प्लेसमेंट हैं। बंगाल में सिर्फ दो टीमें रिजर्व में रखी गई हैं जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है। उन्होंने बताया कि तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम जारी है। पश्चिम बंगाल से अभी पांच लाख और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पश्चिम बंगाल में अम्फान की दस्तक
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान ने दस्तक दे दी है। अगले चार घंटों में इसके विकराल होने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार तूफान के यहां पहुंचने की प्रक्रिया दोपहर 2:30 बजे से ही शुरू हो गई, जो अगले चार घंटों तक जारी रहेगा। इस दौरान उसके और मजबूत होने की आशंका है। चक्रवात से होने वाली तबाही की आशंका के मद्देनजर पहले ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
किसी समय दीघा को हिट कर सकता है अम्फान
साइक्लोन अम्फान अब किसी भी समय पूर्वी मिदनापुर के दीघा को हिट कर सकता है। कोलाकाता पुलिस ने ऐहतियात के तौर शहर के सभी फ्लाईओवर को बंद करने का फैसला किया है।
अम्फान पर खास नजर
साइक्लोन अम्फान इस समय कोलकाता के दीघा से महज 125 किमी दूर है। यह अब किसी भी समय दीघा और सुंदरबन के बीच में टकरा सकता है और बांग्लादेश की तरफ मुड़ जाएगा। इस बीच एनडीआरएफ के मुखिया का कहना है कि मौसम विभाग को आशंका है कि तूफान की वजह से समुद्र में चार से 6 मीटर ऊंची लहर उठ सकती है और इसकी वजह से पानी तट के अंदरूनी हिस्से में प्रवेश कर जाएगा। किसी भी हालात से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की 41 टीमों की तैनाती बंगाल और ओडिशा में की गई है।
कोलकाता के करीब से गुजरेगा तूफान
मौसम विभाग कोलकाता के डिप्टी डॉयरेक्टर का कहना है कि अम्फान तूफान अभी दीघा से 177 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व दिशा में है। ऐसी संभावना है कि यह कोलकाता के काफी करीब से गुजरेगा। जिस वक्त तूफान कोलकाता के करीब से गुजरेगा उस समय हवा की रफ्तार 155 से 165 किमी प्रति घंटे होगी और इसकी तीव्रता 21 मई की सुबह तक होगी।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान उत्तर और उत्तर पूर्व की दिशा में आगे बढ़ रहा है। तूफान के टकराने से पहले हवाओं की गति और समुद्र में जो हलचल देखी जाती है वो सामान्य तौर पर नजर आ रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अम्फान की वजह से पश्चिम बंगाल का ईस्ट मिदनापुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है।
अगला 6-8 घंटे अहम
ओडिशा के राहत आयुक्त का कहना है पी के जेना का कहना है कि बंगाल में देर शाम तक अम्फान चक्रवात हिट कर सकता है अगले 6 से आठ घंटे अहम हैं। अभी एक घंटे पहले अम्फान की स्पीड 102 किमी प्रति घंटे थी और 18 से 19 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवात तट की ओर आ रहा है।
पश्चिम बंगाल पर सबसे अधिक खतरा
पश्चिम बंगाल के दीघा में भी ऊंची लहरें
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान देर शाम तक टकरा सकता है। लेकिन पूर्वी मेदिनीपुर की दीघा से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वो यह बताने के लिए पर्याप्त है अम्फान कितना शक्तिशाली होगा। ऐहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है ताकि जान और माल का कम से कम नुकसान हो।
ओडिशा में बनाए गए 1704 कैंप
साइक्लोन अम्फान के खतरे को देखते हुए ओडिशा में 1704 कैंप बनाए गए हैं। अभी तक करीब 12 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि तटों के पास रहने वालों को सबसे पहले निकाला जा रहा है। किसी भी खतरे से निपटने के लिए शासन और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हैं। हर एक शख्स को हर संभव मदद दी जाएगी।
पीएम मोदी ने की थी समीक्षा बैठक
अम्फान तूफान के खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने समीक्षा की थी और प्रभावित होने वाले राज्यों से कहा कि केंद्र की तरफ से मदद में कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके साथ ही चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकारें अपने तंत्र को सक्रिय करें। मंगलवार को इस संबंध में गृहमंत्री अमित शाह ने भी दोनों सरकारों से बातचीत की थी।
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