इंदौर: कभी शिवराज सिंह सरकार में राज्यमंत्री रहे नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा (Computer Baba) के आश्रम पर स्थानीय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया है। हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव के दौरान कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस का जमकर प्रचार किया था। इंदौर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (एडीएम) ने कहा कि इस दौरान 6 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है जो अवैध निर्माण को ढहाने की प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर मौजूद है।
राज्यमंत्री रहे हैं कंप्यूटर बाबा
कंप्यूटर बाबा कमलनाथ सराकर में भी दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे थे और उन्हें सरकार बनने के बाद तत्कालीन कमलनाथ सरकार में उन्हें नर्मदा-क्षिप्रा नदी न्यास का अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज सिंह ने भी कंप्यूटर बाबा सहित पांच लोगों को राज्यमंत्री बनाया था। हालांकि बाद में कंप्यूटर बाबा ने इस्तीफा दे दिया था और फिर जमकर शिवराज सिंह की आलोचना की और कांग्रेस के लिए प्रचार भी किया था।
दिग्गी ने किया ट्वीट
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा ट्वीट कर कहा, 'इंदौर में बदले की भावना से Computer बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूँ।' इससे पहले हाल ही में भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के संपत्ति में हुए अवैध निर्माण पर भी प्रशासन ने कार्रवाई की थी।
अवैध निर्माण
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन की जांच के दौरान कम्प्यूटर बाबा के आश्रम परिसर में दो एकड़ शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा और निर्माण प्रमाणित पाया गया था। हालांकि, यह आश्रम 40 एकड़ से ज्यादा जमीन पर फैला है और इसका मौजूदा बाजार मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपये आंका जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग ने इस मामले में आश्रम के कर्ता-धर्ताओं पर कुछ दिन पहले 2,000 रुपये का अर्थदंड लगाया था और उन्हें शासकीय भूमि से अवैध निर्माण हटाने को कहा गया था।
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