नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि शिवाजी महाराज और शिवसेना के संस्थापक ने हमें सिखाया था कि हमें किसी भी चीज से नहीं डरना चाहिए। हम ईडी और सीबीआई से नहीं डरते। हम धमकी देने के बाद पुलिस के पीछे छिपने वाले नहीं हैं। उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली के दौरान कहा कि भाजपा ना ही वीर सावरकर को समझ पाई है और ना ही महात्मा गांधी को।
ठाकरे ने कहा कि 2 रैलियां आज हो रही हैं- हमारी और आरएसएस। हमारे रास्ते अलग हो सकते हैं, विचारधारा एक ही है- हिंदुत्व, इसलिए हम भाजपा के साथ गए। तुमने वादा नहीं निभाया, वरना हम साथ होते। मैं अपने पिता से किए वादे के लिए मुख्यमंत्री बना। अन्य शिवसैनिक भी सीएम होंगे। हिंदुत्व का अर्थ है राष्ट्र के प्रति प्रेम। बालासाहेब ने कहा था कि हम पहले नागरिक हैं, धर्म बाद में आता है। जब हम धर्म को घर में रखकर घरों से बाहर निकलते हैं, तो राष्ट्र हमारा धर्म बन जाता है। धर्म के नाम पर कुछ भी करने वाले के खिलाफ बोलना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि गरबा नहीं होने दिया जा रहा है, ये कैसा हिंदुत्व है? हिंदुत्व समाज सेवा है। रक्तदान करते समय हम धर्म या जाति के बारे में नहीं सोचते। हम नहीं देखते कि खून हिंदू है, मुस्लिम है या मराठी। महाराष्ट्र को एक अलग नजरिए से देखा जाता है। अगर महाराष्ट्र में कुछ होता है तो वे कहते हैं कि यहां लोकतंत्र की हत्या हुई। अगर महाराष्ट्र में ऐसा है तो उत्तर प्रदेश में क्या हुआ?
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