नई दिल्ली: महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद में औरंगजेब के मकबरे को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की है, गौर हो कि एमएनएस के प्रवक्ता गजानन काले ने ट्वीट कर औरंगजेब की कब्र को जमींदोज करने की बात कही थी, महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर विवाद के बाद राज्य की राजनीति गर्माई हुई है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रवक्ता गजानन काले ने एक ट्वीट में लिखा कि शिवाजी की भूमि पर औरंगजेब के कब्र की क्या जरूरत है? जमींदोज किया जाए ताकि इनकी औलादें यहां माथा टेकने नहीं आएंगी।
MNS नेता ने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि माननीय बाल ठाकरे ने भी ये कहा था, बाला साहेब की बातों को आप सुनेंगे कि नहीं...
गौरतलब है कि काशी के ज्ञानवापी का मामला गरमाया है जिसके बाद अचानक ओवैसी का औरंगजेब प्रेम जाग गया है, अभी 13 मई को अकबरुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले का दौरा किया। ओवैसी ने खुल्दाबाद में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र पर चादर और फूल चढ़ाए। इस दौरान ओवैसी के साथ औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील भी थे। इसके बाद से ही शिवसेना और बीजेपी ने उन पर हमला बोल दिया है। शिवसेना ने कहा है कि ओवैसी राजनीतिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
AIMIM सांसद असदउद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने राज ठाकरे का नाम लिए बगैर उन पर हमला किया और कहा कि मैं उन लोगों के बारे में कुछ नहीं कहना है, जिन्हें अपने ही घर से निकाल दिया गया है। औरंगाबाद दौरे के आए अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित किया था, इस दौरान उन्होंने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने की मांग कर रहे राज ठाकरे को निशाने पर लिया और कहा, 'मैं यहां किसी (मनसे प्रमुख राज ठाकरे) के बारे में अपना मुंह खराब करने के लिए नहीं आया हूं। हम उन लोगों को जवाब क्यों दें जो स्वीकार किए जाने के लायक भी नहीं हैं? उन लोगों के बारे में क्या कहें जिन्हें अपने ही घरों से बेदखल कर दिया गया है? हम डरते नहीं हैं।'
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