कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार, रविवार (19, 20 दिसंबर) को पश्चिम बंगाल दौरे पर थे, जब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता व कभी ममता बनर्जी के करीबी माने जा रहे शुभेंदु अधिकारी सहित टीएमसी के 11 विधायक, एक सांसद और एक पूर्व सांसद बीजेपी में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक पहले इसे टीएमसी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे के दौरान अमित शाह ने ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार पर जमकर हमले किए तो बीरभूम में एक रोड शो भी किया, जिसमें विशाल जनसमूह उमड़ पड़ा। अब ममता बनर्जी उसी बीरभूम में 29 दिसंबर को रैली करने जा रही हैं, जिसे बीजेपी को उनकी सीधी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
ममता बनर्जी सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बात कर रही थीं, जब उन्होंने बीजेपी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखे हमले किए। उन्होंने अमित शाह के उन आरोपों को झूठ का पुलिंदा करार दिया, जो उन्होंने बंगाल दौरे के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार पर लगाए। ममता बनर्जी ने कहा कि अमित शाह ने उन पर तथ्यों की जांच किए बगैर ही आरोप लगाए हैं। बीजेपी को 'चीटिंगबाज' पार्टी करार देते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि वे राजनीति के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल दौरे के आखिर में रविवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कभी देश के अग्रणी राज्यों में शुमार बंगाल आज कई क्षेत्रों में पीछे चला गया है। उन्होंने अपने दावे के पक्ष में कई आंकड़े भी दिए थे।
ममता बनर्जी ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि बीजेपी नेता के सभी आरोप झूठे हैं। सीएम ने कहा, 'अमित शाह ने कल (रविवार) झूठ का पुलिंदा बोला। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य इंडस्ट्री में जीरो है, लेकिन हम MSME सेक्टर में नंबर वन हैं। उन्होंने दावा किया कि हम ग्रामीण इलाकों में सड़कें नहीं बना सके, लेकिन हम इसमें नंबर वन हैं। यह भारत सरकर के ही आंकड़े हैं।'
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