नई दिल्ली : नंदीग्राम सीट से टीएममी सुप्रीम ममता बनर्जी की जीत को लेकर तस्वीर साफ हो गई है और बीजेपी प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हरा दिया है, ममता और सुवेंदु अधिकारी के बीच मुकाबला काफी रोचक एवं कांटे का रहा, नंदीग्राम सीट पर मतगणना शुरू होने के बाद से अधिकारी ने ममता पर बढ़त बनाई हुई थी।
अधिकारी ने 2016 का विधानसभा चुनाव इसी सीट से जीता था और उन्होंने दावा किया था कि इस बार वह ममता बनर्जी को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराएंगे।
मुख्यमंत्री ममता ने अपनी भबानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया। हालांकि, उनके इस फैसले को कई चुनावी विश्लेषकों ने सही नहीं बताया। भाजपा और अधिकारी को चुनौती देने के लिए ममता ने इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
भाजपा में शामिल होने से पहले अधिकारी टीएमसी में थे और वह ममता के करीबी सहयोगियों में से एक थे। टीएमसी छोड़ने के बाद उन्होंने ममता बनर्जी पर टीएमसी में भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाया।
खूब हुआ नंदीग्राम में 'संग्राम'
चुनाव प्रचार के दौरान ममता और अधिकारी के बीच जमकर जुबानी जंग देखने को मिली। टीएमसी प्रमुख ने अधिकारी को 'गद्दार' बताया तो उनके पूर्व साथी ने उन्हें 'बाहरी' बताया। गत 10 मार्च को पर्चा दाखिल करने के बाद ममता जब नंदीग्राम में चुनाव अभियान के दौरान लोगों से संपर्क कर रही थीं तो वह एक हादसे का शिकार हो गईं। इस हादसे में उनके पैर में चोट लगी। चोट लगने के बाद उन्होंने वील चेयर बैठकर पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया।
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