What is Tolabaaz: बंगाल के चुनाव में चर्चा में तोलाबाज, ममता बनर्जी ने बताया क्या होता है मतलब

देश
ललित राय
Updated Mar 20, 2021 | 16:17 IST

बंगाल की सियासत में इस समय तोलाबाज शब्द चर्चा में हैं। क्या आप जानते हैं इसका अर्थ क्या होता है। अगर नहीं पता तो सीएम ममता बनर्जी ने बताया कि कौन तोलाबाज होता है।

What is Tolabaaz: बंगाल के चुनाव में चर्चा में तोलाबाज, ममता बनर्जी ने बताया क्या होता है मतलब
तोलाबाज पर टीएमसी और बीजेपी आमने सामने हैं 
मुख्य बातें
  • बंगाल के चुनाव में बीजेपी के नेता तोलाबाज शब्द की चर्चा करते हैं
  • ममता बनर्जी ने बताया 500 रुपये की चोरी करने वाले शख्स को तोलाबाज कहते हैं
  • ममता बनर्जी ने पूछा कि बीजेपी बताए उससे जुड़े लोग जो करोड़ों की चोरी कर रहे हैं उन्हें क्या कहेंगे

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पहले चरण का चुनाव 27 मार्च को है उससे पहले सियासी पारा चढ़ चुका है। पीएम मोदी खड़गपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं की शहादत के जिक्र के साथ ही कहा कि खला होबे शेष, विकास आरंभ होगा। इसेक साथ ही ममता बनर्जी के भतीजे पर निशाना साधा और कहा कि पूरे देश में सिंगल विंडो सिस्टम का अर्थ कुछ और है लेकिन यहां तो भाइपो विंडो सिस्टम है। बीजेपी के नेता बार बार अपनी रैलियों में तोलाबाज शब्द का जिक्र करते हैं जिसके बारे में ममता बनर्जी ने बताया कि आखिर तोलाबाज किसे कहते हैं और इसके साथ ही मोदी सरकार पर निशाना भी साधा।

ममता ने बताया क्या होता है तोलाबाज
खजूरी में पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई आम आदमी 500 रुपये चुराता है तो उसे 'तोलाबाज़' कहा जाता है। करोड़ों रुपए की चोरी करने वाली भाजपा सरकार को हम क्या कहते हैं? 'तोलाबाज़ का सामंती जमींदार' ? उन्होंने कहा कि हकीकत ये है कि बीजेपी के पास बंगाल में मुद्दों की कमी है, उसके नेता मानसिक दिवालिएपन के शिकार हैं, ऐसे में आप उनसे कुछ बेहतर उम्मीद नहीं कर सकते हैं। पूर्व मेदिनीपुर जिले में अपनी सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने सुवेंदु अधिकारी के परिवार पर जुबानी हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा- अच्छा हुआ कि मीर जाफरों ने पार्टी छोड़ दी। मुझे राहत मिली है। उनके जाने से हम लोग बच गए।

खड़गपुर में पीएम ने क्या कहा था
पश्चिम बंगाल में अलग तरह का सिंगल विडो सिस्टम है। यहां सिंगल विंडो सिस्टम है... भाईपो विंडो। पश्चिम बंगाल में इस विंडो से गुजरे बिना कुछ नहीं हो सकता है। टीएमसी के वसूली गिरोह और सिंडिकेट के कारण कई उद्योग बंद हो गए। यहां सिर्फ एक उद्योग माफिया उद्योग को बढ़ावा दिया गया। अवैध खनन के तार बंगाल में कहा से जुड़े हैं, ये यहां का बच्चा-बच्चा जानता है। पश्चिम बंगाल में दीदी विकास की हर योजना के सामने दीवार बनकर खड़ी हो गई हैं। दीदी को आपने जनादेश दिया लेकिन दीदी ने आपके साथ विश्वासघात किया और आपके सपनों को चूर-चूर कर दिया। दीदी को लगता है कि अगर केंद्र की योजना का फायदा लोगों को होगा तो वो मोदी को वोट देंगे।

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