नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा कि भारत अगले महीने ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत और वैश्विक ‘कोवैक्स’ पहल को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए अतिरिक्त कोविड-19 टीकों का निर्यात फिर से शुरू करेगा, लेकिन देश के लोगों का टीकाकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार को अक्टूबर में कोविड-19 टीकों की 30 करोड़ से अधिक खुराक और अगले तीन महीनों में 100 करोड़ से अधिक खुराक मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 टीके की अब तक 81 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है, अंतिम 10 करोड़ खुराक महज 11 दिनों में दी गई।
देश के लोगों के टीकाकरण को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए मांडविया ने कहा कि अतिरिक्त टीकों का निर्यात अगली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में ‘वैक्सीन मैत्री’ कार्यक्रम के तहत और ‘कोवैक्स’ पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए शुरू होगा। उन्होंने कहा कि यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के हमारे आदर्श वाक्य के अनुरूप है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अतिरिक्त टीकों की आपूर्ति का इस्तेमाल कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए दुनिया के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए किया जाएगा। गावी, कोलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (सीईपीआई) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ‘कोवैक्स’ पहल का सह-नेतृत्व कर रहे हैं।
भारत में कोविड-19 रोधी टीकों के स्वदेशी अनुसंधान और उत्पादन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों और मार्गदर्शन के कारण भारत इतने बड़े पैमाने पर कोविड के टीकों का अनुसंधान और उत्पादन कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया के लिए ‘रोल मॉडल’ है और यह बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले महीनों में अपेक्षित उत्पादन और आपूर्ति के रुझान के बारे में मांडविया ने कहा कि अक्टूबर में 30 करोड़ से अधिक और आने वाली तिमाही में 100 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन किया जाएगा।
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