नई दिल्ली: एक विशेषज्ञ समिति ने कोविड की तीसरी लहर (Third Wave of Coronavirus) को लेकर चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर के आसपास कोविड की तीसरी लहर चरम पर पहुंच सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञ समीति ने बच्चों के लिए बेहतर चिकित्सा तैयारियों की मांग की है जिन्हें वयस्कों के समान जोखिम हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि "बाल चिकित्सा सुविधाएं कहीं भी जरूरत के करीब नहीं हैं। रिपोर्ट में बीमारियों से ग्रसित बच्चों और विकलांग लोगों के बीच टीकाकरण को प्राथमिकता देने का आह्वान किया गया है।
PMO को सौंपी रिपोर्ट
गृह मंत्रालय के निर्देश पर गठित राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि "बच्चों के लिए मेडिकल सुविधाएं - डॉक्टर, कर्मचारी, वेंटिलेटर, एम्बुलेंस इत्यादि जैसे उपकरण कहीं भी नहीं हैं। बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने की स्थिति में इनकी आवश्यकता हो सकती है।' रिपोर्ट में गंभीर रूप से बीमार और विकलांग बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है।
केरल दे रहा है टेंशन
एक तरफ जहां, कोविड जांच क्षमता देश भर बढ़ा दी गई है, वहीं साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर वर्तमान में 2.00 प्रतिशत से नीचे, पिछले 58 दिनों से 3 प्रतिशत से कम बनी हुई है। दैनिक पॉजिटिविटी दर फिलहाल 1.95 प्रतिशत है। पिछले 27 दिनों से दैनिक पॉजिटिविटी दर 3 प्रतिशत से नीचे और लगातार 76 दिनों से 5 प्रतिशत से नीचे बनी हुई है। केरल लगातार टेंशन दे रहा है जहां से सर्वाधिक मामले सामने आ रहे हैं।
आपको बता दें कि भारत में वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चल रहा है। भारत में कोविड-19 टीकाकरण का कुल आंकड़ा कल 58 करोड़ के पार पहुंच गया है। रिपोर्ट के अनुसार बीते 24 घंटों में टीके की 52,23,612 डोज देने के साथ ही भारत में कोविड-19 टीकाकरण का कुल कवरेज 58.14 (58,14,89,377) करोड़ के पार पहुंच गया है। टीकाकरण का यह लक्ष्य 64,39,411 सत्रों के माध्यम से प्राप्त किया गया है।
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