उत्तरकाशी। अयोध्या टाइटल सूट केस में सुप्रीम कोर्ट ने 5-0 से 2.77 एकड़ विवादित जमीन को रामलला विराजमान के हवाले कर दिया। इसके साथ अदालत ने अपने आदेश में कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में उपयुक्त जगह पर पांच एकड़ जमीन दी जाए। इसके साथ ही तीन महीने के भीतर ट्रस्ट गठित करने का भी आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सभी पक्षों ने तारीफ की।ये बात अलग है कि आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने नाखुशी के साथ खुशी जाहिर की।
मशहूर राम कथा वाचक मोरारी बापू ने क्या कहा।
मेरी दृष्टि में सर्वभूत हिताय, सर्वभूत सुखाय और सर्वभूत प्रिताय, जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने दिया है उसके लिए सर्वोच्च अदालत, सरकार एवं हमारे देश की 130 करोड़ जनता को बधाई। समूचे विश्व को बधाई क्योंकि राम कोई जाति या किसी एक देश के नहीं हैं। राम पूरे विश्व के हैं। मेरी विनती है कि इस फैसले को सद्भाव और संवादपूर्णस प्रशांत और प्रसन्नचित्त के साथ कबूल करें।
मेरी ओर से एक विनय- मेरी दृष्टि में यह फैसला सबके मंगल के लिए है। इस फैसले को फासले में हम परिवर्तित न करें। अंत में तो
राम किन्ह चाहहि सो होहि।
करे अन्यथा अस नहीं कोई।।
हनुमान जी को प्रणाम और रहमान को सलाम। फिर एक बार मेरी प्रसन्नता और राम स्मरण के साथ सबको प्रणाम ! जय सियाराम!
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