मुस्लिम घर में पली थी अनाथ हिंदू बच्ची, अब शख्स ने हिंदू परंपरा से शादी कराकर पेश की मिसाल

देश
किशोर जोशी
Updated Aug 02, 2021 | 07:42 IST

Karnataka News: कर्नाटक के विजयपुरा में रहने वाले एक मुस्लिम शख्स ने शानदार मिसाल पेश की है। अनाथ लड़की की देखभाल करने वाले शख्स ने उसकी शादी न केवल हिंदू लड़के से करवाई बल्कि वैदिक परंपराओं से निर्वहन भी किया।

Muslim man who looked after orphaned Hindu girl marries her off to Hindu boy as per Vedic traditions
मुस्लिम शख्स ने हिंदू परंपरा से कराई लड़की की शादी 
मुख्य बातें
  • अनाथ हिंदू लड़की की देखभाल करने वाले मुस्लिम शख्स ने पेश की मिसाल
  • जिस अनाथ लड़की को पाल पोसकर किया बड़ा, अब उसकी हिंदू परंपरा से कराई शादी
  • सामाजिक भाईचारे के लिए जाने जाते हैं कर्नाटक के महबूब मसली

विजयपुरा (कर्नाटक): कर्नाटक (Karnataka) के विजयपुरा में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक मुस्लिम व्यक्ति (Muslim Man) ने हिंदू लड़की (Hindu Girl) की शादी वैदिक रीति-रिवाजों से हिंदू युवक के साथ करवाई है। शख्स ने एक अनाथ हिंदू लड़की को पाल-पोसकर बड़ा किया था। महबूब मसली एक 18 वर्षीय हिंदू लड़की पूजा वाडिगेरी के अभिभावक हैं, जिनकी हाल ही में शादी हुई है। उन्होंने शुक्रवार को रीति-रिवाजों के अनुसार एक हिंदू व्यक्ति से पूजा की शादी कराई।

एक दशक पहले अनाथ हो गई थी पूजा

पूजा एक दशक पहले अनाथ हो गई थी और उसके अपने रिश्तेदारों द्वारा उसे पालने से मना करने के बाद मसली ने उसकी देखभाल एक पिता के रूप में की। हालांकि मसली दो बेटियों और दो बेटों के पिता हैं, लेकिन उन्होंने पूजा को घर लाने का फैसला किया। मसली ने कहा, 'यह मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं उसकी शादी उस धर्म के व्यक्ति से करूं जिससे वह संबंधित है।'

कभी नहीं किया मजबूर

उन्होंने कहा, 'वह एक दशक से अधिक समय तक मेरे घर में रहीं लेकिन मैंने उन्हें कभी भी हमारे धर्म (इस्लाम) का पालन करने या किसी मुस्लिम व्यक्ति से शादी करने के लिए मजबूर नहीं किया। यह हमारे धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ है।' उन्होंने एएनआई को बताया कि दूल्हे के माता-पिता ने बिना दहेज मांगे पूजा को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया।आदमी ने आगे लोगों से विविध समुदायों के बीच सद्भाव से रहने का आग्रह किया।

करते हैं गणपति कार्यक्रमों का आयोजन

उन्होंने कहा, 'मैं समाज को यह संदेश भी देना चाहता हूं कि सभी को सद्भाव से रहना चाहिए।'मस्ली शहर में कई सामाजिक सेवाओं और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों के आयोजन के लिए जाना जाता है। उन्हें शहर में गणपति कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी जाना जाता है। पूजा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं बहुत धन्य हूं कि मुझे ऐसे महान माता-पिता बड़े दिल से मिले जिन्होंने मेरी देखभाल की।'

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