Narendra Modi:20 साल तक नेतृत्व करने पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, कभी कोई दावा नहीं कर सकता है मुझमे कमी नहीं है

20 साल तक नेतृत्व करने के मुद्दे पर बधाइयों को स्वीकार करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने अंदाज में धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में कभी कोई सर्वोत्तम का दावा नहीं कर सकता है।

Narendra Modi:20 साल तक नेतृत्व करने पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, कभी कोई दावा नहीं कर सकता है मुझमे कमी नहीं है
नरेंद्र मोदी, पीएम 
मुख्य बातें
  • 20 साल तक नेतृत्व करने पर पीएम मोदी को अनेक नेताओं ने दी बधाई
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने खास अंदाज में शुक्रिया अदा की
  • कभी कोई दावा नहीं कर सकता कि मुझमें कोई कमी नहीं है।

नई दिल्ली। शब्दों के साथ, जनता के नब्ज पकड़ने के बारे में कहा जाता है कि हिंदुस्तान में नरेंद्र मोदी जैसा कोई शख्स नहीं है। विरोधी लाख विरोध करें लेकिन दबी जुबान मानते हैं कि वो शब्दों के साथ खेलने में माहिर है। पीएम मोदी के राजनीतिक सफर को देखें तो किसी भी शासकीय जिम्मेदारी को निभाने से पहले वो सरकार के हिस्सा नहीं थे। यब बात अलग है कि जब उन्हें जिम्मेदारी मिली तो तो उनके साथ काम करने वाले नौकरशाह भी हैरत में पड़ जाते थे। 

पीएम मोदी के नेतृत्व के 20 वर्ष पूरे
सार्वजनिक सेवा में पीएम मोदी दशकों से सक्रिय रहे हैं। लेकिन नेतृत्व के 20 साल पूरे होने पर उन्हें बीजेपी के नेताओं मे बधाइयां दी। अगर पीएम मोदी के कार्यकाल को देखें तो 14 वर्ष तक वो गुजरात के सीएम रहे और पिछले 6 वर्ष से वो देश की कमान संभाल रहे हैं। पीएम मोदी बार बार कहते हैं कि उनका मकसद है भारत एक ऐसा खुशहाल देश बने जो विश्व के लिए आदर्श हो। 

  1. मैं अपने-आपको, आपके आशीर्वाद के योग्य, आपके प्रेम के योग्य बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहूंगा। देशवासियों को एक बार फिर से विश्वास दिलाता हूं कि देशहित और गरीबों का कल्याण, यही मेरे लिए सर्वोपरि है और हमेशा सर्वोपरि रहेगा।
  2. कोई व्यक्ति कभी यह दावा नहीं कर सकता कि मुझमें कोई कमी नहीं है। इतने महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरे पदों पर एक लंबा कालखंड… एक मनुष्य होने के नाते मुझसे भी गलतियां हो सकती हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि मेरी इन सीमाओं और मर्यादाओं के बावजूद आप सबका प्रेम उत्तरोत्तर बढ़ रहा है।
  3. आज जिस प्रकार देश के कोने-कोने से आप सबने आशीर्वाद और प्रेम बरसाए हैं, उसका आभार प्रकट करने के लिए आज मेरे शब्दों की शक्ति कम पड़ रही है! देश सेवा, गरीबों के कल्याण और भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का हम सबका जो संकल्प है, उसे आपका आशीर्वाद, आपका प्रेम और मजबूत करेगा।

बचपन से मेरे मन में एक बात संस्कारित हुई कि जनता-जनार्दन ईश्वर का रूप होती है और लोकतंत्र में ईश्वर की तरह ही शक्तिमान होती है। इतने लंबे कालखंड तक देशवासियों ने मुझे जो जिम्मेदारियां सौंपी हैं, उन्हें निभाने के लिए मैंने पूरी तरह से प्रामाणिक और समर्पित प्रयास किए हैं।

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