2004 से 2008 के दौरान रेल भर्ती स्कैम का मामला सामने आया था। उस केस में लालू प्रसाद यादव के साथ साथ राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई छापेमारी कर कर रही है। दिल्ली, पटना और गोपालगंज में कुल 17 ठिकानों पर रेड डाली गई है। इन सबके बीच लालू प्रसाद यादव के खिलाफ नया केस भी दर्ज किया गया है। रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव की कार्यप्रणाली पर तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए थे, यहां तक कि 2009 में उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी। ममता बनर्जी ने 2004 और 2008 के बीच कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की मांग की थी। ममता बनर्जी जब रेल मंत्री थीं तो उस वक्त जेडीयू के सांसदों ने सीबीआई जांच की मांग की थी।लालू प्रसाद यादव पर आरोप था कि लोगों ने रेलवे की नौकरियों और अनुबंधों के बदले प्रसाद के रिश्तेदारों को अपनी जमीन बेच दी।
लालू पर सीबीआई का शिकंजा
राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख लालू यादव के कई स्थानों पर चल रही सीबीआई छापेमारी का विरोध किया
सीबीआई कथित 'रेलवे नौकरी घोटाले के लिए जमीन' से संबंधित एक नए मामले के सिलसिले में छापेमारी कर रही है।
2009 में भी मामला उठा था
2009 में राजनीतिक गलियारों में जब इस मुद्दे को लेकर हंगामा मचा और खुद ममता बनर्जी ने सीबीआई जांत के लिए अपनी मंशा जाहिर की तो लालू प्रसाद ने कहा था कि इस मुद्दे पर बहुत कुछ कहा गया है। उन्हें जो चाहिए वो करने दें। मैं किसी के साथ कुछ भी गलत नहीं करता हूं। मैं अपना काम करता हूं और बस इतना ही। मैं (ममता द्वारा सीबीआई जांच की मांग से) डरता नहीं हूं।" इस मुद्दे पर आगे टिप्पणी करने से इनकार करते हुए यहां संवाददाताओं से कहा।
उन्होंने बनर्जी के बारे में रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) और रेलवे भर्ती समितियों (आरआरसी) में अनियमितताओं के आरोपों को जांच के लिए किसी बाहरी एजेंसी को भेजने की मांग के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार करते हुए कहा कि वह उनके लिए सम्मान करते हैं।प्रसाद ने कहा, "मुझे नहीं पता कि यह क्या है। मैं अपना काम करता हूं और बस इतना ही। मैं ममता का सम्मान करता हूं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।