नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट B.1.1.529 के से हड़कंप मच गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने इसे ओमीक्रॉन नाम दिया है। और इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है। नया वैरिएंट कितना खतरनाक है इस पर WHO का कहना है कि महामारी का यह स्ट्रेन काफी खतरनाक साबित हो सकता है। उसके अनुसार वैरिएंट में कई म्यूटेशन हो रहे हैं। इसकी और स्टडी करने की जरूरत है। और इसका असर समझने में कुछ हफ्ते लगेंगे।
1. अभी कितने केस मिले हैं?
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में नए वैरिएंट के केस मिले थे। वहां अब तक 77 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा बोत्सवाना में भी 4 लोगों के संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसके अलावा हांगकांग में 2 और इजरायल में भी एक केस मिल चुका है।
2.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आपात बैठक
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बताया कि इस बीच भारत ने दक्षिण अफ्रीका, चीन, ब्राजील, बांग्लादेश, ब्रिटेन, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल समेत यूरोप के कई देशों को एट रिस्क कैटेगरी में रखा है। हालांकि अच्छी बात यह है कि भारत में अभी तक नए वैरिएंट से कोई संक्रिमत व्यक्ति नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे दक्षिण अफ्रीका, हॉन्ग कॉन्ग और बोत्स्वाना से आने या जाने वाले यात्रियों की सख्ती से जांच करें। इसके अलावा आजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक आपात बैठक कर रहे हैं।
3.ये वैरिएंट भी कंसर्न लिस्ट में
ओमीक्रॉन कोरोना का अकेला वैरिएंट नहीं है जो कंसर्न लिस्ट में रखा गया है। इसके पहले अल्फा , बीटा, गामा और डेल्टा वैरिएंट को कंसर्न लिस्ट में रखा जा चुका है। डेल्टा वैरिएंट भारत में पाया गया था। जिसने दूसरी लहर के दौरान भारत में तबाही मचाई थी।
4.क्या अब तक का सबसे खतरनाक है नया वैरिएंट
कोरोना का नया वैरिएंट कितना खतरनाक होगा, यह बताना अभी मुश्किल है। लेकिन इसे अब तक का सबसे ज्यादा म्यूटेटेड वैरिएंट माना जा रहा है। लेकिन यह चीन में पाए गए सबसे पहले कोरोना का सबसे एडवांस वैरिएंट है। दुनिया भर में इस वैरिएंट में कुल 50 तरह के म्यूटेशंस बताए जा रहे हैं, जिनमें 30 तरह के म्यूटेशंस सिर्फ स्पाइक प्रोटीन के हैं।
5. वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग हो रहे हैं संक्रमित
नया वैरिएंट की इस हफ्ते पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पहचान की गई। इसके बाद यह बोत्सवाना सहित अफ्रीका के दूसरों देशों में फैल गया है। चिंता की बात यह है कि इन जगहों पर वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। नया वैरिएंट मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीका में चार गुना तक केस बढ़ गए हैं।
6.इन देशों ने शुरू की सख्ती
नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए जर्मनी, नीदरलैंड, इटली , ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य ने दक्षिण अफ्रीका से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से आने वाले यात्रियों पर यात्रा प्रतिबंध लागू किए हैं। वहीं कई यूरोपीय देशों ने नामीबिया, जिम्बाब्वे ,बोत्सवाना, लेसोथो और जाम्बिया से उड़ानें सस्पेंड कर दी हैं।
वहीं अमेरिका, कनाडा, रूस ने दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और क्षेत्र में सात अन्य देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा। बाइडन ने कहा कि इसका मतलब है कि देश लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा इन देशों से न कोई आएगा और न ही कोई वहां जाएगा।
7. हवा से भी फैल सकता है नया वैरिएंट !
हांगकांग में जिन दो मरीजों के नए वैरिएंट से पीड़ित होने का पता चला है, वे दक्षिण अफ्रीका के अलग-अलग हिस्सों से आए थे और उन्होंने कोविड-19 की वैक्सीन लग चुकी थी। बताया जा रहा है कि उनके जो नमूने लिए गए हैं, उनमें वायरल लोड बहुत अधिक है। महामारी विशेषज्ञ डॉ. एरिक फीगल-डिंग ने शुक्रवार ट्वीट में बताया है कि दोनों यात्रियों के नमूनों में PCR काउंट वैल्यू 18 और 19 पाया गया है, जो बहुत अधिक है, उन्होंने कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट के हवा के जरिये फैलने का भी अंदेशा जताया है। हालांकि इस पर अभी और रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।
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