नई दिल्ली: दिल्ली के राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड इस बार बीते सालों से कुछ अलग नजर आएगी। मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के बीच राजपथ पर होने जा रही भव्य परेड में इस बार दर्शको को कई अहम बदलाव नजर आएंगे पहले के मुकाबले राजपथ की सुंदरता लोगों को अधिक आकर्षित करेगी, लाल रेत के स्थान पर इस बार नए फुटपाथ देखने को मिलेंगे।
जबकि देश को आजाद करवाने वाले गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की झलक भी इस बार राजपथ पर नजर आएगी। जिसे ख़ास तौर पर आज़ादी की 75 वर्षगांठ अमृत महोत्सव को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
राजपथ की बदली हुई तस्वीर पर इस साल गणतंत्र दिवस का परेड अधिक भव्य नज़र आएगा। गणतंत्र दिवस के दिन समारोह में शामिल होंने वाले लोगों को साइन बोर्ड भी बदले नजर आएंगे। रात में राजपथ और उसके आसपास खुले मैदान की अनोखा खूबसूरती को दिखाने के लिए 900 से अधिक लाइट पोस्ट लगाई गई है।
राजपथ के अलग-अलग हिस्सों में 114 आधुनिक साइन बोर्ड लगाए गए हैं। साथ ही राजपथ के बगल बहने वाली नहरों पर 16 पुल बनेंगे। जहाँ 422 नई पत्थर की बेंच लगाई गई है।
आजादी के 75वें अमृत महोत्सव में इस बार राजपथ के किनारे आजादी की लड़ाई लड़ने वाले उन गुमनाम नायकों की तस्वीरें नजर आएगी। जिन्होंने इस देश की आज़ादी के लिए सर्वस्व बलिदान दिया है। उन नायकों को 500 से अधिक कलाकारों ने अपने कला के जरिए उन्हें उकेरा है। जिसे परेड देखने आए लोग उन नायकों को नए सिरे से जानेंगे।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने इस प्रोजेक्ट के बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि, "कोरोना महामारी के बावजूद इस इस प्रोजेक्ट के लगभग सभी कार्य पूरे किए जा चुकें हैं। वहीं प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य के दौरान 25 पेड़ों को अपनी जगह हटाया गया। 22 पेड़ों को दूसरी जगह ले जाया गया है और 3 पेड़ों को यहां लगाया गया है।" सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बदले हुए राजपथ पर आमलोग पहली बार गणतंत्र दिवस के परेड को लोग देखेंगे और एक नए अनुभव को समेट कर वापस लौटेंगे।
Pic Courtesy- goi
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