नई दिल्ली: वकील निजाम पाशा ने कहा है कि AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष याचिका दायर कर नागरिकता संशोधन अधिनियम को चुनौती दी है। वहीं वकील पयोली स्वातीजा ने बताया, 'असम के नेता प्रतिपक्ष देवव्रत सैकिया, बारपेटा से लोकसभा सांसद अब्दुल खालेक और मरियानी विधान सभा क्षेत्र के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने आज नागरिकता संशोधन अधिनियम को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा 18 दिसंबर को सुनवाई होने की संभावना है। अदालत इसी दिन इस कानून से जुड़ी करीब एक दर्जन याचिकाओं पर भी सुनवाई कर सकती है।
लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर बोलते हुए ओवैसी ने इसकी कॉपी को ये कहते हुए फाड़ दिया था कि यह विधेयक देश को विभाजित करने का प्रयास करता है। लोकसभा में बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि विधेयक न केवल भारतीय मुसलमानों को मूर्ख बनाने की साजिश का हिस्सा है, बल्कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा होगा।
बिल को फाड़ने के अपने कृत्य को सही ठहराते हुए ओवैसी ने कहा कि वह महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर चल रहे थे, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में एशिया मूल के लोगों को जारी किए गए प्रमाण पत्र का विरोध किया था।
राज्यसभा ने बुधवार को विधेयक को मंजूरी दे दी, और लोकसभा ने सोमवार को बिल पारित कर दिया था। राष्ट्रपति की सहमति के बाद ये बिल कानून बन गया है।
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