Dairy Federation World Dairy Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नोएडा में वर्ल्ड डेयरी समिट का उद्धाटन किया। इस मौके पर डेयरी किसानों एवं इस उद्योग से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आज डेयरी कोऑपरेटिव एक विशाल नेटवर्क बन चुका है। यह नेटवर्क दो करोड़ किसानों से दिन में दो बार दूध जमा करता है और फिर उसे ग्राहकों तक पहुंचाता है। इस व्यवस्था में बीच में कोई बिचौलिया नहीं होता है। पीएम ने कहा कि इस समिट के बाद भारत में दूध का उत्पादन एवं कारोबार और बढ़ेगा। इससे दूध उत्पादन में लगे किसानों को लाभ मिलेगा। डेयरी उद्योग देश के 8 करोड़ से ज्यादा परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराता है।
पीएम ने कहा कि 2014 में भारत में दूध का उत्पादन 146 मिलियन टन था जो अब बढ़कर 210 मिलियन टन पहुंच चुका है। पीएम ने कहा कि 75 लाख से ज्यादा डेयरी किसान आज के कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं। यह बिजनेस का बेहतरीन मॉडल है।
समिट में दुनिया भर के 1500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे
नोएडा में यह समिट 15 सिंतबर तक चलेगी। इस समिट में दुनिया भर के 1500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इसमें शामिल होने के लिए 800 से ज्यादा डेयरी किसान पहुंचे हैं। कार्यक्रम में 91 विदेशी, 65 भारतीय विशेषज्ञ भी शिरकत कर रहे हैं। बता दें कि देश में सबसे ज्यादा दूध का उत्पादन करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। वैश्विक उत्पादन की अगर बात करें तो भारत की इसमें हिस्सेदारी 23 प्रतिशत है। साल 2020-21 में भारत का दूध का उत्पादन 6 प्रतिशत बढ़ा है। 1974 के बाद भारत इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।
डेयरी सेक्टर की असली हीरो महिलाएं-पीएम
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि देश के डेयरी सेक्टर की असली हीरो महिलाएं हैं। इस सेक्टर को आगे बढ़ाने में महिलाओं का योगदान बहुत बड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डेयरी सेक्टर का उत्पादन बढ़ाने एवं डिजिटल क्रांति का भी एक बहुत बड़ा हाथ रहा है। इस डिजिटल पेमेंट सिस्टम का लाभ भारत सहित दुनिया भर के किसानों को मिल रहा है।
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