नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंगलवार को दिल्ली में प्रदूषण और गुजरात में चक्रवात की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव एवं मुख्य सलाहकार भी मौजूद रहे। दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण हाल के दिनों में 'खतरनाक स्तर' पहुंच गया है। हालांकि बीते दो दिनों में प्रदूषण के स्तर में थोड़ा सुधार देखने को मिला है। इससे पहले प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा गत सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण पर समीक्षा बैठक कर चुके हैं।
पीके मिश्रा ने अपनी पिछली बैठक में प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सरकार की ओर से उठाए कदमों की समीक्षा की। प्रधान सचिव ने ये जानना चाहा कि पिछले 24 घंटे में प्रदूषण के स्तर में भारी वृद्धि होने के बाद तीनों सरकारों ने अपनी तरफ से क्या नया कदम उठाए हैं। मिश्रा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
पंजाब के मुख्य सचिव ने बताया कि वह व्यक्तिगत रूप से जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स के साथ मिलकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एयर एक्ट 1981 का उल्लंघन करने पर प्राथमिकी भी दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक्ट के उल्लंघन की घटनाएं सामने आने पर जुर्माना सहित कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा के मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को पराली जलाने की घटनाओं में कमी लाने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली के मुख्य सचिव ने बताया कि राजधानी की सड़कों पर पानी छिड़काव का काम तेज किया गया है। इसके अलावा खुले में कूड़ा डालने पर रोक लगाई गई है और नियम का उल्लंघन करने वालों पर अत्यधिक जुर्माना लगाया जा रहा है।
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