नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अध्योध्या पहुंचेंगे और वह राम मंदिर के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। राम मंदिर का निर्माण पुराने मॉडल पर ही किया जा रहा है लेकिन इसमें थोड़ा बदलाव होने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि नए मॉडल वाले मंदिर की ऊंचाई, चौड़ाई और लंबाई तीनों में बदलाव किया गया है। प्रस्तावित राम मंदिर अब दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का होगा। मंदिर में प्रवेश करने के पांच रास्ते बनाए जाएंगे और प्रथम तल पर राम लला के दर्शन होंगे। मंदिर की ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि की जा रही है।
तीन तल का होगा राम मंदिर
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मंदिर के पुराने मॉडल में मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच है। इसे बढ़ाकर 280-300 फीट किया जा सकता है। इसके अलावा मंदिर की चौड़ाई को बढ़ाकर 272-280 फीट और ऊंचाई 128 फीट से बढ़ाकर 161 फीट किया जा सकता है। राम मंदिर के पहले वाले मॉडल में तीन गुंबद प्रस्तावित थे लेकिन अब बताया जा रहा है कि इसकी संख्या बढ़ाकर 5 की जाएगी। राम मंदिर के इस नए मॉडल वाले मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे। मंदिर के प्रत्येक तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे।
अयोध्या में उत्साह का माहौल
राम मंदिर के निर्माण कार्य शुरू होने को लेकर अयोध्या सहित पूरे देश में उत्साह देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि वे जिस घड़ी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे वह घड़ी अब आ गई है। पीएम मोदी के अयोध्या दौरे को लेकर अयोध्या का संत समाज काफी उत्सुक है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने की अभी कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है लेकिन कहा जा रहा है कि पीएम के इस दौरे पर सैद्धान्तिक सहमति बन चुकी है। पीएम मोदी के दौरे को लेकर अयोध्या में काफी हलचल बढ़ गई है।
शिलान्यास के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास का कहना है कि प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन को लेकर सभी रामभक्त प्रसन्न हैं। वह रामभक्त और शिवभक्त हैं। अयोध्या की धरती पर उनका आगमन प्रसन्नचित्त करने वाला है। राष्ट्र और समाज के प्रति दायित्व को निभाते हुए भूमि पूजन करेंगे। जिससे राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय को एक औपचारिक निमंत्रण भेजा गया है, लेकिन अभी तक उनके कार्यक्रम की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि एक अस्थायी कार्यक्रम तय किया है। मिश्रा ने यह भी कहा कि प्रस्तावित मंदिर में एक विश्व स्तरीय संग्रहालय भी होगा जहां लोग राम जन्मभूमि स्थल से खुदाई में निकली पुरातात्विक कलाकृतियों को देख सकेंगे।
मंदिर अभियान से जुड़े लोग करेंगे शिरकत
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट इस भूमि पूजन समारोह में उन सभी लोगों को बुलाने पर विचार कर रहा है जो किसी न किसी रूप से मंदिर के अभियान से जुड़े रहे हैं। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, विनय कटियार, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित संघ एवं विहिप के लोग भूमि पूजन समारोह में शामिल हो सकते हैं।
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