नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर (सोमवार) को भारत की पहली पूरी तरह से स्वचालित ड्राइवरलेस ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो की 37 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन पर चालू की जाएगी, जो दिल्ली में जनकपुरी पश्चिम से बॉटनिकल गार्डन नोएडा, उत्तर प्रदेश के बीच चलेगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने गुरुवार शाम यह घोषणा की। इसके अलावा, पीएम मोदी उसी दिन दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा के लिए पूरी तरह परिचालन वाले नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) का भी शुभारंभ करेंगे।
'एक देश, एक कार्ड' नाम से प्रसिद्ध एनसीएमसी कार्ड परिवहन के अनेक साधनों में मान्य कार्ड है जिससे देशभर में मेट्रो, बस सेवाओं के इस्तेमाल के लिए शुल्क अदा किया जा सकता है और टोल तथा पार्किंग आदि शुल्क का भुगतान भी किया जा सकता है। दिल्ली मेट्रो की चालक रहित ट्रेनों को मेजेंटा लाइन और पिंक लाइन पर संचालित करना है, जिसे डीएमआरसी के चरण -3 के हिस्से के रूप में बनाया गया है।
दिल्ली मेट्रो को 18 साल पूरे
शुक्रवार को दिल्ली मेट्रो के 18 साल की सेवा पूरी हो जाएगी। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा डीएमआरसी के पहले खंड का उद्घाटन करने के एक दिन बाद दिल्ली मेट्रो ने 25 दिसंबर, 2002 को शाहदरा से तीस हजारी तक केवल छह स्टेशनों के साथ 8.2 किमी की दूरी का व्यावसायिक संचालन शुरू किया था। DMRC की अब 242 स्टेशनों के साथ दस लाइनें हैं, और नियमित दिनों पर दिल्ली मेट्रो की औसत दैनिक सवारियां 26 लाख से अधिक हैं। इस समय दिल्ली मेट्रो नेटवर्क 285 स्टेशनों के साथ लगभग 389 किलोमीटर तक फैला है। मेट्रों का नेटवर्क अब दिल्ली की सीमाओं को पार करते हुए उत्तर प्रदेश में नोएडा और गाजियाबाद, हरियाणा में गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़ और बल्लभगढ़ तक पहुंच चुका है और इसमें विभिन्न दिशाओं में आगे के विस्तार पर भी काम चल रहा है।
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