PM Modi speech in Lok Sabha : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्ष के सभी सवालों के जवाब दिए। सबसे पहले पीएम मोदी ने कहा कि देश ने आदरणीय लता दीदी को खो दिया है। इतने लंबे काल तक जिनकी आवाज ने देश को मोहित किया, देश को प्रेरित भी किया, देश को भावनाओं से भर दिया। मैं आज आदरणीय लता जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड ऑर्डर नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट है कि हमें एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए। पीएम ने कहा कि इस परिपेक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव अपने आप में एक प्रेरक अवसर है। उस प्रेरक अवसर और नए संकल्पों को लेकर देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक हम पूरे सामर्थ्य से,पूरी शक्ति से, पूरे संकल्प से देश को उच्चतम स्तर पर लेकर पहुंचेंगे। पीएम ने कहा कि हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है। कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है। बांटों और राज करो की नीति का चरित्र अपनाई है। कांग्रेस के डीएनए में विभाजनकारी मानसिकता है। लगता है कांग्रेस को सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो गई है। कांग्रेस देश में अलगाव की बीच बो रही है। अंग्रेज चले गए लेकिन कांग्रेस की नीति वही हैऐ। यह देश एक था, श्रेष्ठ था, श्रेष्ठ है और रहेगा।
पीएम ने कहा कि हमारे यहां विष्णु पुराण में कहा गया है-
उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम्।
वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः ।।
यानि समुद्र के उत्तर में और हिमालय के दक्षिण में जो देश है उसे भारत कहते हैं तथा उनकी संतानों को भारती कहते हैं।
कांग्रेस पर पीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य ये है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है। पीएम ने कहा कि पिछली बार 1988 में त्रिपुरा में वहां की जनता ने आपको वोट दिया था, करीब 34 साल पहले। यूपी, गुजरात, बिहार ने आखिरी बार 1985 में कांग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 37 साल पहले। पिछली बार पश्चिम बंगाल के लोगों ने करीब 50 साल पहले 1972 में आपको पसंद किया था। नागालैंड के लोगों ने आखिरी बार 1998 में कांग्रेस के लिए वोट किया था, करीब 24 साल हो गए। ओडिशा ने 1995 में आपके लिए वोट किया था, सिर्फ 27 साल हुए आपको वहां एंट्री नहीं मिली। गोवा में 1994 में पूर्ण बहुमत के साथ आप जीते थे, 28 साल से गोवा ने आपको स्वीकार नहीं किया। पीएम ने कविता के जरिए कांग्रेस पर निशाना साधा...
''वो जब दिन को रात कहें, तो तुरंत मान जाओ।
नहीं मानोगे तो वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे।
जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ लेंगे,
वो मगरूर हैं खुद की समझ पर बेइंतहा, इन्हें आईना मत दिखाओ, वो आईने को भी तोड़ देंगे।''
पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 के इस समय में कांग्रेस पार्टी ने सारी हदें पार कर दी हैं। पहली लहर के दौरान, जब लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे थे, दिशानिर्देश सुझाव दे रहे थे कि लोग जहां हैं वहीं रहें, कांग्रेस मुंबई स्टेशन पर खड़ी थी और निर्दोष लोगों को डरा रही थी। जो लोग अभी भी दिल्ली सरकार में हैं, उन्होंने माइक्रोफोन का इस्तेमाल किया, रिहायशी इलाकों में गए और लोगों को जाने के लिए कहा। कब तक चलती रहेगी ऐसी राजनीति। सदन बात का साक्षी है कि कोरोना से जो स्थितियां उत्पन्न हुई, उससे निपटने के लिए भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या-क्या नहीं कहा गया है। दुनिया के और लोगों से बड़ी-बड़ी कांफ्रेंस करके ऐसी बातें बुलवाई गई ताकि पूरे विश्व में भारत बदनाम हो।
पीएम ने कहा कि अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया के बारे में बात की लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया।
पीएम ने कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं। गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है। पीएम ने कहा कि कोरोना काल में इस देश में किसी को भूखा न रहना पड़े। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया और आज भी करा रहे हैं। देश की जनता आपको पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है। जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा। आज मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है। आज भारत शत प्रतिशत पहली डोज के लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है और लगभग 80% सेकंड डोज का पड़ाव भी पूरा कर लिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर गरीबी से मुक्ति चाहिए तो हमें छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा। छोटा किसान मजबूत होगा तो छोटी जमीन को भी आधुनिक करने की कोशिश करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस रास्ते पर हम चले आज विश्व के अर्थजगत के सभी ज्ञाता इस बात को मानते हैं कि भारत ने जिस आर्थिक नीतियों को लेकर इस कोरोना काल में अपने आप को आगे बढ़ाया है, वो अपने आप में दुनिया के लिए एक उदाहरण है। इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महल जैसे घरों में रहने के आदी लोग, छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं। भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है। छोटा किसान ही भारत की तरक्की को मजबूत करेगा। सैकड़ों वर्षों का गुलामी कालखंड, उसकी जो मानसिकता है, वो आजादी के 75 साल के बाद भी कुछ लोग बदल नहीं पाए। ये गुलामी की मानसिकता किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए बहुत बड़ा संकट होती है।
हमनें गरीब श्रमिकों के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए। आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत हजारों लाभार्थियों के खातों में हमने सीधे पैसे ट्रांसफर किये।
हमारी सरकार ने एमएसएमई की परिभाषा बदल दी और इससे इस क्षेत्र को मदद मिली। पीएम गति शक्ति से लॉजिस्टिक्स की लागत कम होगी और इससे स्थानीय उद्योगों को फायदा होगा। प्रधान मंत्री गति शक्ति हमारी बुनियादी ढांचा चुनौतियों को हल करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। हमारा जोर उचित कनेक्टिविटी पर है। हमें नहीं मानता है कि केवल सरकारें ही सभी समस्याओं का समाधान कर सकती हैं। हम देश के लोगों, देश के युवाओं में विश्वास करते हैं। उदाहरण के लिए स्टार्ट-अप सेक्टर को लें। स्टार्ट-अप की संख्या बढ़ी है और यह हमारे लोगों की ताकत को दर्शाता है। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले देश में केवल 500 स्टार्ट अप थे। 7 साल में 60 हजार स्टार्ट अप इस देश में काम कर रहे हैं। इसमें यूनिकॉर्न बन रहे हैं। बहुत कम समय में यूनिकॉर्न की सेंचुरी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप-यूनिकॉर्न के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को देश के नौजवानों को, देश के एंटरप्रेन्योरश को, देश के वेल्थ क्रिएटर्स को डराने और भयभीत करने में आनंद आता है। लेकिन देश का नौजवान उनकी बातें सुन नहीं रहा है, इसीलिए देश आगे बढ़ रहा है। पहले नए इक्विपमेंट खरीदने के लिए वर्षों तक प्रक्रिया चलती थी। जब फाइनल निर्णय होता था, तब तक वो चीज पुरानी हो जाती थी, हम पैसे देते थे। हमनें इन सारी प्रक्रियाओं को आसान बनाया।
पीएम मोदी ने कहा कि हम अपने युवाओं, वेल्थ क्रिएटर्स और एंटरप्रेन्योर्स को डराने के तरीके से सहमत नहीं हैं। 'मेक इन इंडिया' पर सुझाव हो सकते हैं, लेकिन कौन सी मानसिकता कह सकती है कि यह विफल हो जाएगी? 'मेक इन इंडिया' का मजाक बनाने वाले खुद मजाक बन गए हैं। जिन्होंने 50 वर्षों तक देश की सरकारें चलाई, मेक इन इंडिया को लेकर उनका क्या रवैया था, इसके लिए सिर्फ डिफेंस सेक्टर को हम देखें तो सारी बातें समझ आती हैं कि वो क्या करते थे, कैसे करते थे, क्यों करते थे और किसके लिए करते थे। पीएम ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्र सेवा का काम है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि आप रक्षा क्षेत्र से जुड़िए, हम आपके साथ हैं।
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने यहां महंगाई का मुद्दा उठाया है, उनकी सरकार के सत्ता में रहते हुए वह उस मामले को उठाते तो अच्छा होता। महामारी में भी हमारी सरकार ने महंगाई से निपटने की कोशिश की। 2014-2020 के दौरान मुद्रास्फीति दर 5% से नीचे थी। कांग्रेस के पी चिदंबरम इन दिनों अखबारों में अर्थव्यवस्था पर लेख लिख रहे हैं। 2012 में, उन्होंने कहा कि जनता परेशान नहीं है जब उन्हें पानी की बोतल पर 15 रुपये और आइसक्रीम पर 20 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती जब गेहूं और चावल की कीमतों में 1 रुपये की वृद्धि हो। पीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार के आखिरी 5 साल में, लगभग पूरे कार्यकाल में देश को डबल डिजिट महंगाई की मार झेलनी पड़ी थी। कांग्रेस की नीतियां ऐसी थी कि सरकार खुद मानने लगी थी कि महंगाई उसके नियंत्रण के बाहर है।
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