नई दिल्ली : राजधानी के करियप्पा ग्राउंड में शुक्रवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के अनुशासन, निष्ठा, समर्पण, शौर्य एवं पराक्रम की अद्भुत झलक मिली। गणतंत्र दिवस समारोह के एक दिन बाद हर साल 28 जनवरी को आयोजित होने वाली इस एनसीसी के कार्यक्रम में राज्यों से आए कैडेट्स ने अपनी वीरता की झांकी पेश की। एनसीसी कैडेट्स ने अपने शौर्य के प्रदर्शन से यह जताया कि दूसरी कतार के रूप वह देश की सेवा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। एनसीसी के कैडेट्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित रक्षा, सैन्य प्रतिष्ठान, एनसीसी से जुड़े अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। पीएम मोदी ने 'वन्स ए कैडेट, ऑलवेज ए कैडेट' का मंत्र दिया।
नए भारत का निर्माण करेंगे ये कैडेट्स-पीएम
इस मौके पर एनसीसी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 'देश इस समय अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ये कैडेट्स नए भारत का निर्माण करेंगे। मैं कभी एनसीसी का सक्रिय कैडेट रहा। मुझे एनसीसी में जो ट्रेनिंग मिली। आज देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में मुझे असीम ताकत मिलती है। कुछ समय पहले मुझे एनसीसी एल्युमनाई का कार्ड भी मिला। मैं उस नाते भी आपका साथी हूं। मैं एनसीसी के सभी पदाधिकारियों एवं कैडेट्स को सलाम करता हूं। जिन कैडेट्स को पुरस्कार मिला है, उन्हें शुभकामनएं देता हूं।'
करियप्पा एवं लाल लाजपत राय का जिक्र किया
पीएम ने कहा कि पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की जयंती भी है, आज ही फील्ड मार्शल करियप्पा की भी जयंती है। राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले इन वीर सपूतों को मैं नमन करता हूं। देश में एनसीसी को मजबूत करने के हमारे प्रयास जारी हैं। एक रिव्यू कमेटी बनाई गई है। सीमावर्ती क्षेत्रों में एक लाख नए कैडेट्स बनाए हैं। ट्रेनिंग में आधुनिक टेक्नॉलजी का इस्तेमाल बढ़ रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश के 90 विवि में एच्छिक विषय के रूप में भी चुना गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वायु सेना में बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। एनसीसी में ज्यादा से ज्यादा बेटियां शामिल हों। ये बेटियों एनसीसी में शामिल हुई हैं। ये प्रेरणा बन सकती हैं।
'आने वाले 25 साल देशभक्ति के ज्वार का है'
पीएम ने कहा कि आने वाले 25 साल देशभक्ति के ज्वार का है। भारत अपने प्रयासों में कमजोर नहीं पड़ेगा। भारत ने जो संकल्प लिए हैं जो अभियान शुरू किए हैं वे निरंतर ऊर्जा पाते रहे , इसका बहुत बड़ा दायित्व हमारे नौजवानों पर है। एनसीसी-एनएसएस कैडेट्स इस शताब्दी में ही पैदा हुए हैं। इन्हें 2047 तक बड़े आन-बान और शान के साथ लेकर जाना है। आपका संकल्प, आपकी कोशिशें उन संकल्पों की सिद्धी भारत की सिद्धी और सफलता होगी। राष्ट्रभक्ति के बड़ी भक्ति नहीं होती, राष्ट्रहित से बड़ा कोई हित नहीं होता। जिस देश का युवा राष्ट्र प्रथम की सोच के साथ आगे बढ़ता है उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। खेल के मैदान में भारत का प्रदर्शन इस बात को प्रमाणित करता है।
...तो देश का भाग्य बदल जाएगा
पीएम ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में जितने यूनिकॉर्न बने हैं, ये भारत के युवाओं की ताकत है। ये क्षमता एवं सामर्थ्य बहुत बड़ा विश्वास जगाता है। जनता कर्फ्यू के दौरान हम एकजुट हो गए। दुनिया यह देखकर हैरान थी। दुनिया आज भारत की ओर देख रही है। कोरोना संकट के दौरान एनसीसी-एनएसएस ने अपने सेवा भाव से सभी का दिल जीता है। एनसीसी से मिले प्रशिक्षण लाभ समाज, गांव एवं मोहल्लों को मिलना चाहिए। भारत के युवा ठान लें तो लोकल चीजों का इस्तेमाल करना शुरू कर दें तो देश का भाग्य बदल जाएगा।
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