नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर खूब निशाना साधा। उन्होंने यहां राम का जिक्र कर टीएमसी और मम ता बनर्जी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि यहां की जनता 'राम कार्ड' दिखाकर टीएमसी को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा, 'बंगाल फुटबाल से प्यार करने वाला राज्य है। फुटबाल की भाषा में कहना चाहता हूं, टीएमसी ने एक बाद एक कई फाउल कर लिए हैं। कुशासन का फाउल, विरोधियों पर हमले और हिंसा का फाउल, बंगाल के लोगों का पैसा लूटने का फाउल और आस्था पर हो रहे हमलों का फाउल। बंगाल के लोग देख रहे हैं और बहुत ही जल्द बंगाल टीएमसी को 'राम कार्ड' दिखाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'बंगाल में आप दीदी से अपने अधिकार की बात पूछ देंगे तो वो नाराज हो जाती हैं। यहां तक कि भारत माता की जय के नारे लगा दो, तो भी वो नाराज हो जाती हैं। लेकिन देश के खिलाफ बोलने वाले कितना भी जहर उगल दें, दीदी को गुस्सा नहीं आता। अभी आपने न्यूज में देखा होगा कि इन दिनों भारत को बदनाम करने के लिए कैसे कैसे अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र सामने आ रहे हैं, कैसी कैसी अंतरराष्ट्रीय साजिशें हो रही हैं। लेकिन क्या आपने भारत के खिलाफ इस षड्यंत्रों और साजिशों पर दीदी के मुंह से एक भी वाक्य सुना है क्या?'
प्रधानमंत्री ने कहा कि मां, माटी मानुष की बात करने वालों में आज भारत माता के लिए आवाज बुलंद करने का साहस नहीं है। साहस इसलिए नहीं है क्योंकि, इतने सालों में इन लोगों ने राजनीति का अपराधीकरण किया है, करप्शन को संस्थागत किया है और प्रशासन और पुलिस का राजनीतिकरण किया गया है। ये वो सरकार है जो आपदा में भी भ्रष्टाचार के अवसर खोज लेती है। इससे बड़ा अपराध और क्या हो सकता है? इतना बड़ा चक्रवात आया, इतना कुछ तबाह हो गया। लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने जो पैसे भेजे उसका इन लोगों ने क्या किया, ये पश्चिम बंगाल के लोग भली-भांति जानते हैं।
उन्होंने कहा, 'बंगाल को ममता बनर्जी से 'ममता' की उम्मीद थी लेकिन उसे 'निर्ममता' मिली। तृणमूल कांग्रेस सरकार पूर्ववर्ती वाम शासन का पुनर्जन्म है, लोकतंत्र पर हमले, भ्रष्टाचार, अपराध और हिंसा का पुनर्जन्म है। तृणमूल कांग्रेस ने एक के बाद एक गड़बड़ी की, कुप्रबंधन की गड़बडी, जनता के धन की लूट की गड़बड़ी।'
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