प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में यूक्रेन से लौटे छात्रों से बातचीत की है। इन छात्रों ने उनसे अपने अनुभव साझा किए। छात्र वाराणसी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से थे। 6000 से ज्यादा भारतीय वापस देश आ चुके हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमारी पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6400 भारतीयों को वापस ला चुकी हैं। अगले 24 घंटों में 18 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।
उड्डयन मंत्रालय का कहना है कि लगभग 3,500 भारतीयों के साथ 17 उड़ानें शुक्रवार को भारत आने की उम्मीद है। नागर विमानन मंत्रालय ने कहा है कि अगले दो दिनों में 7,400 से अधिक लोगों को विशेष उड़ानों के जरिए भारत वापस लाने की उम्मीद है।
इससे पहले भारतीय वायु सेना ने बताया कि उसके चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर ज़ेज़ॉ से लेकर बृहस्पतिवार को हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचे। निकासी अभियान में भारतीय वायु सेना अपने सी-17 सैन्य परिवहन विमान का इस्तेमाल कर रही है। आज, यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय वायुसेना के तीन और विमानों का संचालन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन के हालात पर फोन पर बात की और देश में भारतीयों के लिए सुरक्षित मार्ग की मांग की। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने विशेष रूप से खार्किव शहर में स्थिति की समीक्षा की, जहां कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, और संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा की।
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