पलक्कड़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कथित सोना तस्करी मामले का उल्लेख करते हुए राज्य की सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर मंगलवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि जिस प्रकार चांदी के चंद टुकड़ों के लिए जुडेस ने ईसा मसीह को धोखा दिया, उसी प्रकार एलडीएफ ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया।
केरल में पीएम मोदी की पहली रैली
केरल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश संबंधी उच्चतम न्यायालय के फैसले के क्रियान्वयन के निर्णय के खिलाफ राज्य में हुए प्रदर्शनों के दौरान राज्य सरकार के व्यहवार की आलोचना की और कहा कि वामपंथी शासन को निर्दोष श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने के लिए शर्मिंदा महसूस करना चाहिए।उन्होंने एलडीएफ और प्रमुख विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के बीच ‘‘मैच फिक्सिंग’’ का आरोप लगाया और कहा कि दोनों के नाम भले ही अलग-अलग हों लेकिन इनका काम एक ही है।
ईसा मसीह के साथ धोखे का जिक्र
मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह राज्य में पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उत्साहित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलक्कड़ का भाजपा से विशेष नाता रहा है।उन्होंने कहा कि ‘कई साल से केरल में राजनीति में यूडीएफ और एलडीएफ के बीच दोस्ताना समझौता रहा है। अब राज्य के मतदाता पूछ रहे हैं ये कौन सी मैच फिक्सिंग है? पांच साल तक एक लूटे और अगले पांच साल दूसरी लूटे।’’उन्होंने कहा कि केरल के युवा आज मुखर होकर बोल रहे हैं कि यूडीएफ और एलडीएफ के नाम भले ही अलग हैं दोनों के काम एक जैसे हैं। दोनों के कार्यकाल में जनता के पैसों की लूट होती रही।
गोल्ड के लिए केरल से धोखा
यूडीएफ शासन के दौरान हुए कथित सोलर पैनल घोटाला और सोना तस्करी मामले की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यूडीएफ ने तो सूर्य की रोशनी तक को नहीं छोड़ा। एलडीएफ के बारे में कहा जा सकता है कि जुडेस ने ईसा मसीह को चांदी के चंद टुकड़ों के लिए धोखा दिया, एलडीएफ ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया। मान्यता है कि ईसा मसीह को सलीब पर मृत्यु की सजा सुनाने से पहले जुडेस नाम के उन्हीं के एक अनुयायी ने चांदी के चंद सिक्कों के लिए उनके साथ विश्वासघात किया था।
राज्य के कथित हाई प्रोफाइल सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल एम. शिवशंकर को गिरफ्तार किया था। वह मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रधान सचिव थे। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही एलडीएफ कांग्रेस और भाजपा के निशाने पर हैं।सबरीमाला मामले पर एलडीएफ और यूडीएफ पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एलडीएफ सरकार को निर्दोष श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने पर शर्म आनी चाहिए और यूडीएफ को इस दौरान चुप्पी साधे रखने के लिए शर्म आनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि यदि कोई हमारी संस्कृति के साथ खिलवाड़ करेगा तो हम मूकदर्शन नहीं बने रहेंगे। मुझे गर्व है कि मैं उस पार्टी से संबंध रखता हूं जिसने हमारे देश की संस्कृति की रक्षा की है और करेगी।’’मोदी ने कहा कि इस आंदोलन के दौरान राज्य भाजपा के अध्यक्ष के सुरेन्द्रन को गिरफ्तार किया गया था और उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया।उन्होंने पूछा, ‘‘उनका कसूर क्या था? ...यही कि उन्होंने केरल की परम्परा की बात की...’’
वाम दलों के लिए राजनीतिक हिंसा संस्कृति
राजनीतिक हिंसा के लिए वामपंथी दलों को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि वह कई बार सत्ता में रहे लेकिन उनके नेता और कार्यकर्ता छोटे स्तर के गुंडों सा बर्ताव करते हैं।मोदी ने कहा, ‘‘उनकी आंखों के सामने और उनके संरक्षण में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को मारा जाता रहा और हत्या की जाती रही।उन्होंने वादा किया कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद राजनीतिक हिंसा की संस्कृति को समाप्त किया जाएगा।उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हिंसा स्वीकार नहीं है। हमारे कई युवा कार्यकर्ताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी।’’
युवाओं की सोच में आया बदलाव
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि केरल की राजनीति में पिछले कुछ साल से एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है और यह राज्य के युवाओं खासकर पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की आकांक्षाओं के मद्देनजर हो रहा है।उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार मतदान करने वाले युवा एलडीएफ और यूडीएफ से दुखी हैं। केरल के लिए भाजपा की दृष्टि युवाओं के भविष्य और उनकी आकांक्षाओं को लेकर है। यही वजह है कि राज्य के युवा और नौकरी-पेशा वाले लोग खुलकर भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। यही माहौल पूरे भारत में है।’’
‘‘मेट्रो मैन’’ ई श्रीधरन बतौर भाजपा उम्मीदवार पलक्कड़ विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं।
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