नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएए के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के विरोध की गंभीरता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के एक वीडियो का जवाब देते हुए ट्विटर पर अपनी बात कही। साथ ही यह भी सुझाया कि कांग्रेस को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ कम से कम क्या कदम उठाने चाहिए।
अपने ट्वीट में प्रशांत किशोर ने लिखा, 'कांग्रेस सड़कों पर नहीं है और सीएए-एनआरसी के खिलाफ नागरिकों की लड़ाई में उसका शीर्ष नेतृत्व गैर मौजूद है।' इसके बाद पीके ने कांग्रेस पार्टी को सलाह दी कि वह सीएए पर मोदी सरकार के खिलाफ क्या कर सकती है।
प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, 'कांग्रेस पार्टी कम से कम सभी कांग्रेस सीएम को अन्य कई सीएम की तरह बयान देने के लिए कह सकती है कि वह अपने राज्यों में एनआरसी की अनुमति नहीं देंगे। नहीं तो फिर सिर्फ इन बयानों का मतलब कुछ भी नहीं है।'
यहां प्रशांत किशोर सोनिया गांधी के बयान की बात कर रहे थे जो उन्होंने एनआरसी के खिलाफ जारी किया था। कांग्रेस पार्टी ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया।
सोनिया गांधी का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस की ओर से ट्विटर हैंडल पर लिखा गया था, 'नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है। नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा।'
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