नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ संसद के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार को हो गई। राष्ट्रपति ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उसकी उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही भविष्य के भारत की एक रूपरेखा रखी। राष्ट्रुपति ने बताया कि कोरोना संकट के बाद देश में जारी टीकाककरण अभियान में अब तक टीके की 150 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए की। संसद का यह बजट सत्र दो हिस्सों में होगा। इसका पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा। जबकि दूसरा चरण 14 मार्च से आरंभ होगा, जो आठ अप्रैल तक चलेगा।
पीएम ने सदन को फलदायी बनाने का आह्वान किया
बजट सत्र में शामिल होने संसद भवन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव का लोकतंत्र में अपना स्थान है और वह प्रक्रिया जारी रहेगी लेकिन पूरे वर्ष का खाका खींचने वाला, संसद का बजट सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। बजट सत्र के पहले दिन संवाददाताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों और राजनीतिक दलों से इस सत्र को फलदायी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘यह बात सही है कि बार-बार चुनाव के कारण सत्र भी प्रभावित होते हैं, चर्चाएं भी प्रभावित होती हैं। लेकिन मैं सभी सांसदों से प्रार्थना करूंगा... चुनाव अपनी जगह पर हैं... चलते रहेंगे... लेकिन बजट सत्र पूरे वर्ष भर का खाका खींचता है। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण होता है।’
राष्ट्रपति का संबोधन, पढ़ें हू-ब-हू
90 फीसदी वयस्क आबादी को एक टीका लगा
राष्ट्रपति ने कहा कि कि आज देश में 90 प्रतिशत से अधिक वयस्क नागरिकों को टीके की एक खुराक मिल चुकी है, जबकि 70 प्रतिशत से अधिक लोग दोनों खुराक ले चुके हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि अब तक देश में कुल आठ टीकों को आपात उपयोग के लिए स्वीकृति मिल चुकी है और भारत में बन रहे तीन टीकों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से आपात स्थिति में उपयोग की मंजूरी भी मिली है।
किसानों की योजनाओं के बारे में दी जानकारी
देश के किसानों को राहत देने के लिए सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश के 80 प्रतिशत किसान छोटे किसान हैं, जिनके हितों का ख्याल सरकार ने रखा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को एक लाख अस्सी हजार करोड़ रुपए दिए गए हैं। इस निवेश से कृषि क्षेत्र में आज बड़े बदलाव दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना में नए बदलावों का लाभ भी देश के छोटे किसानों को हुआ है। उन्होंने कहा कि इन बदलावों के बाद से अब तक आठ करोड़ से अधिक किसानों को मुआवजे के तौर पर एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि दी जा चुकी है।
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रक्षा, तकनीक पर सरकार के कदमों का उल्लेख किया
राष्ट्रपति कोविंद ने किसानों से खाद्यान खरीद के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही ड्रोन प्रौद्योगिकी, रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण के बारे में भी बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 83 तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एचएलए)के निर्माण के लिए अनुबंध किए गए हैं। उन्होंने महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर देश में रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया।
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