नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में सामान्य होते हालात के बीच एक बार सियासत करवट लेती हुई दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जून को जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों की एक बैठक बुलाई है जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है। राज्य के विशेष दर्जे को निरस्त करने के बाद यह इस तरह की पहली बड़ी बैठक है।
क्षेत्रीय दल लेंगे हिस्सा
बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूख अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन सहित अन्य क्षेत्रीय नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है। बैठक को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'केंद्र से 24 जून के बैठक के लिए फोन आया था। मैंने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है क्योंकि इसके लिए मुझे पार्टी के सदस्यों से चर्चा करनी होगी उसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।'
अल्ताफ बुखारी ने किया स्वागत
वहीं जेकेएपी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने बैठक को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा, 'यदि बातचीत होती है तो मैं इसका स्वागत करता हूं। यह मार्च 2020 की हमारी स्थिति को पुष्ट करता है तब हमने दो टूक कहा था कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली तथा राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संवाद ही एकमात्र तंत्र है।'
सीपीएम नेता और पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (PAGD) के प्रवक्ता एमवाय तारीगामी ने कहा कि अभी तक उनके पास दिल्ली से कोई फोन नहीं आया है, लेकिन अगर उन्हें बुलाया जाता है तो वह इसका स्वागत करेंगे। आपको बता दें कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद राज्य की कई पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया था जिसमें पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दल शामिल हैं।
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